बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में भी झीरम के शहीदों का एक स्मारक झीरम घाटी में बनवाने का संकल्प किया था। हालांकि झीरम में यह स्मारक नही बन पाया है। अब लालबाग में इसे बनवाया जा रहा है। पार्टी पदाधिकारियों का मानना है कि यह स्मारक शहीदों हुए लोगों को एक श्रद्धांजलि होगी। बता दें कि आठ साल पहले 25 मई 2013 को झीरम घाटी में कांग्रेस के काफिले पर नक्सलियो ने घात लगाकर हमला किया था, जिसमें छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल, नंदकुमार पटेल, महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार सहित अनेक नेता व सुरक्षा बलों के जवान शहीद हो गए थे। आठ साल के बाद हादसे में शहीद हुए सभी लोगों की प्रतिमाओं की स्थापना की जाएगी।
ऐसा है शहीद स्मारक का डिजाइन
शहीद स्मारक का डिजाइन बिल्डक्रॉफ्ट एंड इंजीनियरिंग आर्किट्रेक्चर ने तैयार किया है। निर्माण स्थल पर दो स्मारक बनाए जाएंगे, जिसमेे बाहर के सर्किल में प्रतिमाओं को स्थापित किया जाएगा। अंदर के सर्किल में लोगों के लिए बैठने की व्यवस्था रहेगी। स्मारक व प्रतिमाओं को सुरक्षित रखने ट्रस्ट का निर्माण किया जाएगा। वाइड सर्कुलर कोर्ट के मध्य में तिरंगा झंडा होगा। स्मारक में प्रवेश करने के लिए एक मुख्य द्वार होगा।
शहर के मध्य स्थित लालबाग में झीरम घाटी शहीद स्मारक पार्क बनाने की तैयारी की जा रही है, जिसमें शहीदों की प्रतिमाओं को स्थापित किया जाएग। उनसे जुड़ी कोई ऐतिहासिक उपलब्धियां दर्शाई जाएंगी।
– आरके बत्रा, पीडब्ल्यूडी, कार्यपालन अभियंता