युकां के प्रदेश सचिव रिजवान अली कोटी ने कहा कि ये काला कानून है, जिसके विरोध में देश का अन्नदाता कड़कड़ाती ठंड में आंदोलन को मजबूर हैं लेकिन केंद्र सरकार निष्ठुर होकर किसानों की मांगों को अनसुना कर रही है। इस आंदोलन में अब तक 30 से ज्यादा किसान अपनी जान गवा चुके हैं।
कांग्रेस नेता कोटी ने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात रखने का हक है किसानों ने अपनी पीढ़ा आंदोलन के जरिए जाहिर की है इसलिए सरकार को भी उनकी बात को सुनकर किसान विरोधी कानून को वापस लेना चाहिए।
मध्यप्रदेश युवक कांग्रेस के प्रदेश सचिव रिजवान अली कोटी के नेतृत्व में मृतक किसानों को छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के समक्ष मोमबत्ती जलाकर मृतक किसानों को श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस नेता रिज़वान का कहना है कि देश के अन्नदाता आज मुसीबत के दौर से गुजर रहे है जिसकी वजह से कई किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं। उनकी समस्याओं को सुनने की बजाय किसान विरोधी कृषि बिल उनकी मौत बनकर एक बार फिर से अन्नदाताओं पर थोप दिया गया है।
किसान विरोधी कानून का कांग्रेस पार्टी विरोध करती है, इस संकट के समय में कांग्रेस पार्टी अन्नदाता के साथ है। युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार से किसान विरोधी कानून को तत्काल वापस लेने की मांग की।
श्रद्धांजलि देने वालों मेंशिशिर नंहोरिया, रॉबिन तिवारी, समर्थ अवस्थी, कपिल भोजक, डब्बू ठाकुर, प्रतीक दुबे, एजाज़ अंसारी, सचिन ठाकुर आदि प्रमुख रहे।