इस शहर के कोविड कियोस्क व ऑटोमेटिक हैंड सेनेटाइजर की दुनिया भर में चर्चा

जबलपुर के युवाओं ने स्टार्टअप के तहत तैयार की हैं अत्याधुनिक डिवाइस
 

<p>Indian railway: रेलकर्मियों को कोरोना से बचाने को लगी सेनेटाइजिंग टनल</p>

 

जबलपुर। कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण दुनियाभर में हाहाकार मचा है। ऐसे में बचाव के उपायों पर भी काम हो रहा है। इस सबके बीच जबलपुर के युवा स्टार्टअप के तहत कोविड कियोस्क व ऑटोमेटिक हैंड सेनेटाइजर मशीन बनाकर विश्व स्तर पर चर्चा में आ गए हैं। दोनों ही डिवाइस अत्याधुनिक हैं। जिन्हें पूरी तरह से स्थानीय स्तर पर तैयार किया गया है। एडवर्टो ने जबलपुर इन्क्यूबेशन सेंटर में ये डिवाइस तैयार की है। अनुराग सोनी, अमन साहू, अविनाश शर्मा समेत आठ लोगों ने मिलकर करीब चार महीने में कोविड कियोस्क बनाया है। इसे आर्टिफीशियल इंटेलीजेंट व मशीन लर्निंग का उपयोग करके बनाया है। टेम्प्रेचर सेंशर स्वयं बनाया है। इसके लिए इंफ्रा रेड का उपयोग किया है। ऑटोमेटिक सेनेटाइजर डिस्पेंसर भी लगाया है। ये कियोस्क मास्क डिटेक्शन भी करती है कि व्यक्ति ने मास्क लगाया है या नहीं। किसी भी ऑफिस के गेट अगर इसे लगाते हैं तो जो भी व्यक्ति प्रवेश करना चाहेगा उसे मशीन के सामने खड़े होना पड़ेगा। मशीन जांच करेगी। मास्क नहीं लगा होने व तापमान ज्यादा होने पर दरवाजा नहीं खुलेगा। इसके बाद हाथ सेनेटाइज करना होगा। मशीन की स्क्रीन पर विज्ञापन भी चलते रहते हैं। यानि विज्ञापन के लिए भी उसका उपयोग किया जा सकता है। अब तक 15 के लगभग कियोस्क बिक चुके हैं। मशीन की कीमत 80 हजार से 1 लाख रुपए है। यह टचलेस सेनेटाइजर डिस्पेंसर है। इसमें व्यक्ति जब सेनेटाइजर डिस्पेंसर के नीचे जब हाथ लगाता है तभी सेनेटाइजर निकलता है। स्टील का बना होता है। ये मशीन 3 हजार रुपए से लेकर 7 हजार रुपए तक की कीमत में उपलब्ध है। 4 मॉडल हैं। यह जेम, फ्लिपकार्ड, अमेजोन पर भी बिक रही है। मैकेनिकल इंजीनियर स्वतंत्र कुमार और इलेक्ट्रानिक से इंजीनियर विवेक सिंह ने मिलकर करीब दो माह में इसे बनाया है। 250 से ज्यादा मशीन अब तक बिक चुकी हैं।

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