चक्रवात के प्रभाव से बदला मौसम, शीतलहर के साथ दिन में सर्द हवा ने ठिठुराया, रात में गलन

चक्रवात के प्रभाव से बदला मौसम, शीतलहर के साथ दिन में सर्द हवा ने ठिठुराया, रात में गलन

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जबलपुर। चक्रवात के साथ बादल-बारिश के असर से गुरुवार को सर्दी से शहर पूरे समय कांपा। शीतलहर चलने से दिन में गलन भरी ठंड रही। रात में सर्द हवा ने ठिठुराया। मौसम में परिवर्तन से सर्दी का अहसास बढ़ गया। तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। सुबह से शाम तक पारा सामान्य से नीचे बना रहा। सुबह कोहरा छाया। उसके बाद दिन भर काले बादल मंडराते रहे। पनागर एवं आसपास के क्षेत्रों में कहीं-कहीं पर हल्की वर्षा हुई। धूप नहीं निकलने और बारिश से मौसम में और ठंडक घुल गई। दिन में उत्तरी हवा ने कंपकंपाया। शाम होने पर पूर्वी हवा भी आयी। बंगाल की खाड़ी से आयी नमी भरी हवा ने मौसम को और सर्द बना दिया। खमरिया, गौर, महाराजपुर एवं अन्य बाहरी शहरी क्षेत्र में रात में कड़ाके की ठंड रही।

लगातार तीसरा सर्द दिन
पहाड़ी राज्यों से आ रही सर्द हवा से पारा लुढकऩे से तापमान सामान्य से नीचे बना हुआ है। गुरुवार को लगातार तीसरा शीतल दिन रहा। अधारताल स्थित मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 20.6 और न्यूनतम तापमान 9.7 डिग्री सेल्सियस बना रहा। बादलों के कारण गुरुवार को अधिकतम तापमान में एक डिग्री की वृद्धि हुई। यह 21.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। फिर भी सामान्य से चार डिग्री सी नीचे बना रहा। न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। यह समाान्य से दो डिग्री नीचे बना रहा। आद्र्रता सुबह के समय 82 और शाम को 65 प्रतिशत थी। बुधवार को रात में प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 3 डिग्री खजुराहो में रहा।

आज हल्की बूंदाबांदी की सम्भावना
मौसम विज्ञान केंद्र में वैज्ञानिक सहायक देवेंद्र कुमार तिवारी के अनुसार गुरुवार को शीतल दिन रहा। दिन में उत्तरी हवा चार से छह किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चली। इससे ठंड बनी रही। दक्षिण-पूर्वी राजस्थान और मध्य महाराष्ट्र के ऊपर चक्रवात है। इसके प्रभाव से शहर में बादल मंडरा रहे हैं। गुरुवार को ग्रामीण क्षेत्र में कहीं-कहीं पर हल्की बूंदबांदी हुई है। शाम को हवा की दिशा उत्तर-पूर्वी हो गई है। पूर्वी हवा के साथ आ रही नमी से बादल बन रहे है।

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