जबलपुर। स्कूल शिक्षा विभाग में सहायक संचालक, प्राचार्य से लेकर मिडिल स्कूल के शिक्षक भी जबलपुर में अब साथ-साथ पढ़ाई करेंगे। शिक्षा विभाग में पदस्थ अमले की क्वालिफिकेशन बढ़ाने के लिए यह व्यवस्था की जा रही है। अधिकारी एवं शिक्षकों को विभाग मॉस्टर ऑफ एजुकेशन कराएगा। इसके लिए कैडर बनाए हैं, कॉलेज से लेकर प्रशिक्षण केंद्रों का चयन कर लिया गया है। राज्य शिक्षा केंद्र ने 10 कैडर बनाए हैं। इसमें पहले नम्बर पर सहायक संचालक लोक शिक्षण को रखा है। इसके बाद प्राचार्य उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, प्राचार्य हाई स्कूल, सीनियर लेक्चर, उच्च माध्यमिक शिक्षक, व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यापक, उच्च श्रेणी शिक्षक, माध्यमिक शिक्षक के अलावा प्राइमरी स्कूलों में तैनात अध्यापक को भी इसमें शामिल किया है। हालांकि यह उनकी इच्छा पर निर्भर है कि वे एमएड में प्रवेश लेना चाहते हैं अथवा नहीं। राज्य शिक्षा केंद्र ने वर्ष 2020-21 मे प्रवेश के लिए नियमावली जारी की है। चयन प्रक्रिया 15 जुलाई से 31 अगस्त तक होगी। कक्षाओं का संचालन एक सितम्बर से इंस्टीटयूट आफ एडवांस स्टडीज एजुकेशन (आईएएसई) एवं कॉलेज ऑफ टीचर एजुकेशन (सीटीई) में किया जाएगा।
यह शेडयूल
-15 जुलाई- संस्था प्रमुख आवेदन, डीईओ, सहायक आयुक्त आदिवासी में जमा करेंगे।
-22 जुलाई- संबधित डीपीआई को आवेदन भेजेंगे
-27 जुलाई- शासकीय महाविद्यालयों को आवेदन फावर्ड होंगे
-7 अगस्त- चयनित उम्मीदवारों की प्रवेश सूची प्रकाशन
-17 अगस्त- प्रवेश लेने की अंतिम तिथि
-20 अगस्त- वेटिंग लिस्ट जारी होगी
-27 अगस्त- वेटिंग से अभ्यार्थियों का चयन
-31 अगस्त- चयन की रिपोर्ट आरएसके को भेजी जाएगी
जिला शिक्षा अधिकारी सुनील नेमा ने बताया कि शिक्षकीय अमले की योग्यता बढ़ाने, शिक्षण गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए विभागीय स्तर एमएड कराने की व्यवस्था की जा रही है। इस सम्बंध में सभी विभाग प्रमुखों को अवगत कराते हुए जानकारी मांगी जा रही है।