समाज के दुश्मन: शीला मेडिकोज वाले भेज रहे थे ‘रेमडेसिविर डोज’ दूसरे शहर!- see video

समाज के दुश्मन: शीला मेडिकोज वाले भेज रहे थे ‘रेमडेसिविर डोज’ दूसरे शहर!

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जबलपुर/ एक ओर शहर में रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर हाहाकार मचा है। दूसरी ओर शास्त्री ब्रिज स्थित शीला मेडिकोज से प्रशासन की जानकारी के बिना रेमडेसिविर इंजेक्शन बड़े पैमाने पर दूसरे शहरों में भेजे जा रहे थे। शिकायत के बाद मंगलवार शाम प्रशासन व ड्रग विभाग की टीम ने यहां छापे की कार्रवाई की। प्रारम्भिक जांच में सामने आया कि दवा दुकान संचालक प्रशासन को इंजेक्शन के खरीदी विक्रय सम्बन्धी स्टॉक की जानकारी निल बता रहा था और यहां से प्रतिदिन 30 से 50 की संख्या में छिंदवाड़ा सहित अन्य शहरों में भेजे जा रहे थे। प्रशासन की टीम ने दुकानदार को इंजेक्शन सम्बन्धी दस्तावेज देने के लिए दो दिन का समय दिया है।

इंजेक्शन खरीदी-विक्रय सम्बन्धी दस्तावेज मांग
कई दिनों से दूसरे शहरों में भेजे जा रहे थे डोज
रेमडेसिविर की कालाबाजारी का संदेह, शीला मेडिकोज पर छापा

 

एसडीएम आशीष पांडे को जानकारी मिली थी कि शीला मेडिकल से रेमडेसिविर इंजेक्शन दूसरे शहरों में व जबलपुर के ही कुछ लोगों को बेचे जा रहे हैं। प्रशासन नियमित तौर पर दवा दुकानों से रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता व बिलिंग सम्बन्धी जो जानकारी मांग रहा थी उसमें दुकान संचालक द्वारा निल लिखकर भेजा जा रहा था। जिसके बाद प्रशासन की टीम ने यहां कार्रवाई की। जांच के दौरान यहां रेमडेसिविर इंजेक्शन का स्टॉक भी मिला। पूछताछ में दुकान संचालक शैलेंद्र अग्रवाल ने स्वयं व परिचितों के लिए इंजेक्शन बुलबाने का हवाला दिया था परंतु जब टीम ने यह सवाल किया कि क्या 30 से 50 की संख्या में इंजेक्शन बुलाए जा रहे हैं तो दुकान संचालक कोई ठोस जवाब नहीं दे सका। जांच टीम ने यहां से कुछ दस्तावेज जप्त किए हैं। इस सम्बन्ध में ड्रग इंस्पेक्टर राम लखन पटेल के अनुसार संचालक से इंजेक्शन खरीदी व विक्रय सम्बन्धी रेकार्ड मांगे गए है। दस्तावेज प्रस्तुत करने दो दिन का समय दिया गया है। दुकान संचालक से खरीदी व आपूर्ति सम्बंधी रेकार्ड मांगे हैं। कार्रवाई के दौरान प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। कार्रवाई के दौरान ओमती थाने से एसआई झारिया सहित अन्य पुलिस बल मौजूद रहा।

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