भारत बंद बंद के दौरान शहर में अधिकांश इलाकों में शांतिपूर्ण प्रदर्शन हुए थे लेकिन कुछ क्षेत्रों में प्रदर्शनकारी उग्र हो उठे थे। बलदेव बाग क्षेत्र में बंद के दौरान खुले पाए गए एक पैट्रोल पंप को जबरिया बंद कराया गया था। इस क्षेत्र में उग्र प्रदर्शनकारियों ने एक वाहन को भी आग के हवाले कर दिया था। पुलिस ने वाहन जलाने के इस केस में कई लोगों पर प्रकरण दर्ज कर लिए हैं। इसके साथ ही कछपुरा व पुल नम्बर दो के पास ट्रेन रोकने के मामले में भी प्रकरण दर्ज कर लिया है। आरपीएफ ने 35 कांग्रेस नेता व पदाधिकारियों के खिलाफ रेलवे एक्ट 145, 147, 156, 174 का मामला दर्ज किया है। कछपुरा के पास सत्येंद्र कुमार गौरव, मोहन साहू राघवेंद्र दत्त तिवारी, कमलेश सैनी, श्याम सोलंकी, प्रताप सिंह राजपूत, प्रदीप पटेल, रिंकू रजक, विक्रम सिंह, आलोक गुप्ता, प्रहलाद पटेल, और राजेंद्र कुमार रजक ने ट्रेन 02193 को रोका था।
रेलवे पुल नंबर 2 के पास खड़ी मुंबई-बनारस काशी एक्सप्रेस के इंजन में चढकऱ नारेबाजी की थी
भारत बंद के दौरान ट्रेनें रोकने की केवल एक घटना नहीं हुई थी बल्कि एक अन्य जगह पर भी ट्रेन रोकी गई थी। ट्रेन रोके जाने की यह दूसरी घटना रेलवे पुल नंबर 2 के पास घटित हुई थी। भारत बंद के दौरान प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों का हुजूम यहां आया और यहां खड़ी मुंबई-बनारस काशी एक्सप्रेस के इंजन में चढकऱ कांग्रेसियों ने नारेबाजी की थी। पुलिस के अनुसार विजय रजक, गजेंद्र सोनकर, सोनू उर्फ संजय अहिरवार, कौशल यादव, देवेंद्र काछी, सचिन रजक, देवेंद्र काली ने रेलवे पुल नंबर 2 के पास खड़ी मुंबई-बनारस काशी एक्सप्रेस के इंजन में चढकऱ नारेबाजी की थी। इन पर प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।