जबलपुर के त्रिपुर सुंदरी मंदिर में पिछले नवरात्र में भक्तों ने लगभग 12 लाख रुपए चढ़ावा चढ़ाया था। इस बार इस मंदिर सहित बड़ी खेरमाई मंदिर, बूढ़ी खेरमाई मंदिर, शारदा मंदिर बरेला व मदन महल, काली मंदिर सदर, शीतला माता मंदिर घमापुर में भी दर्शन नहीं हुए। कन्या पूजन और भंडारे करने वाले लोग भी परिस्थितिवश घरोंं में ही रहे, लेकिन कोरोना के आपदा में फंसे लोगों के लिए उन्होंने सेवा की मिसाल पेश की।
जिला प्रशासन की अपील पर रेडक्रास सोसाइटी के माध्यम से लोग सेवा कार्य कर रहे हैं। जनप्रतिनिधियों एवं अन्य कारोबारियों ने 75 लाख रुपए नकद जमा किए हैं। जबकि, विभिन्न संस्थाओं के लोग भोजन के पैकेट व राशन के माध्यम से भोजन वितरण में सहयोग कर रहे हैं। रेडक्रास सोसाइटी के सचिव आशीष दीक्षित के अनुसार शहर के विभिन्न संगठनों के 250 से अधिक वालंटियर्स सेवा भाव से राशन व भोजन वितरण में लगे हैं। उनकी सूचना के अनुसार संगठन को वितरण का स्थान बताया जाता है। सहयोग करने वाली संस्था के अनुसार वालंटियर्स उनके पैकेट उठाकर वितरित करने भी जाते हैं। शहर के सेवा भावी लोग एक करोड़ रुपए से अधिक का सहयोग कर चुके हैं। जबकि, नगर निगम के माध्यम से लोगों ने आपदा राहत में योगदान दिया है।
विभिन्न संगठनों के लोगों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में चैक जमा किया है। कोरोना संक्रमण के दौर में लोग राशि जमा कर रहे हैं। विभिन्न संस्थानों के लोगों ने अपने वेतन से राशि दी है। शहर की संस्थाओं ने सुरक्षा के लिए मॉस्क बनाकर जिला प्रशासन को सौंपे हैं। रेडक्रास के माध्यम से अब तक 41 हजार से अधिक मॉस्क और 11 हजार सेनिटाइजर वितरित किए गए हैं। रेडक्रास सोसाइटी ने राशन के पैकेट वितरित करने वाले लोगों से अपील है कि पैकेट में साबुन भी रखें। सेवा भावी लोग रक्तदान भी कर रहे हैं।