जबलपुर में लापरवाही से पूरे परिवार हो रहे संक्रमित, 15 दिन में 5750 नए मरीज

जबलपुर में लापरवाही से पूरे परिवार हो रहे संक्रमित, 15 दिन में 5750 नए मरीज

<p>Jabalpur, whole family infected</p>

जबलपुर। कोरोना संक्रमण से बचाव में लापरवाही पूरे परिवार को संक्रमित कर रही है। कोरोना के नए मरीजों में ज्यादातर नजदीकी परिजन के सम्पर्क में आकर संक्रमण की जकड़ में आ रहे हैं। संक्रमण के बढ़ते प्रभाव का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि पिछले महीने मिले कोरोना पॉजिटिव केस के मुकाबले दो गुना से ज्यादा मरीज इस महीने के 15 दिन में मिल गए हैं। एक पखवाड़े में पौने छह हजार नए कोरोना मरीज मिलने के साथ ही एक्टिव केस बढकऱ तीन गुना हो गए हैं। नए मामलों में एक सदस्य के पॉजिटिव मिलने पर संबंधित के परिवार के ज्यादातर सदस्यों को कोरोना जकड़ रहा है। जांच एवं उपचार में देरी पर हालत गम्भीर हो रही है। संक्रमित दम तोड़ रहे हैं। इससे कोरोना से मौत का ग्राफ भी बढ़ा है।

कोरोना अब ज्यादा संक्रामक, एक पखवाड़े में साढ़े तीन गुना हुए कोरोना एक्टिव केस
कोरोना हुआ बेकाबू, 15 दिन में मिले पौने छह हजार नए मरीज

 

सुरक्षा से समझौता पड़ रहा भारी
कोरोना के नए वेरिएंट के ज्यादा संक्रामक और घातक होने के बावजूद लोग बचाव के उपाय में लापरवाही कर रहे हैं। लॉकडाउन में बेवजह घूम रहे हैं। सही तरीके से मास्क नहीं लगा रहे हैं। सार्वजनिक स्थानों पर एक दूसरे से दो गज की दूरी नहीं रख रहे हैं। लोगों को जागरूक करने और सोशल डिस्टेंसिंग सख्ती से लागू करने में प्रशासन भी ढिलाई बरत रहा है। संक्रमण के सुरक्षा उपायों से समझौता सेहत पर भारी पड़ रहा है। प्रतिदिन कोरोना के नए मरीज बढ़ते जा रहे हैं।

तो एक पखवाड़े में दोगुने एक्टिव केस होंगे
कोरोना की दूसरी लहर अभी तक घातक साबित हुई है। जानकारों का मानना है कि यदि इसी गति से नए मरीज मिलते रहे तो इस महीने के अंत तक जिले में कोरोना एक्टिव केस आठ हजार पार हो जाएंगे। अभी साढ़े चार हजार के लगभग एक्टिव केस हैं। अस्पताल कोरोना मरीजों से भर गए हैं। आइसीयू और ऑक्सीजन बेड के लिए मारामारी है। यदि लोगों ने संयम और सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा तो कोरोना की दूसरी लहर आने वाले दिनों में कहर बनकर टूटेगी।

कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। सर्दी, खांसी, बुखार के साथ असामान्य नए लक्षण वाले कोरोना मरीज भी मिल रहे हैं। स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार का बदलाव या असामान्य लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें। सर्दी, खांसी और बुखार को मौसमी बीमारी ना समझें, इसके लक्षण होने पर नजदीकी फीवर क्लीनिक में कोविड टेस्ट कराएं। बार-बार बताई जा रही सावधानियों का गम्भीरता से पालन करें। कोरोना से सुरक्षित रहें।
– डॉ. जितेंद्र कुमार भार्गव, डायरेक्टर, स्कूल ऑफ एक्सीलेंस इन पलमोनरी मेडिसिन, एनएससीबीएमसी

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