पहले ही कर ली खरीदी : लोगों ने लॉकडाउन को देखते हुए पहले से खरीदी कर ली थी। खासतौर पर सब्जी और फलों की। शनिवार को इन चीजों की न दुकान लगी न ही खरीददार बाजार आए। कई जगहों पर पुलिस का पहरा भी लगा रहा। ऐसे में लोग चालान के डर से भी फिजूल में घूमने नजर नहीं आए।
सराफा एसोसिएशन ने कहा-प्रशासन ने किया पक्षपात :
लॉकडाउन में आयुध निर्माणियों और अधारताल तथा रिछाई में इंडस्ट्री को छूट और छोटे उद्योग तथा व्यवसाय को प्रतिबंधित करने के निर्णय को सराफा एसोसिएशन जबलपुर ने पक्षपातपूर्ण बताया। एसोसिएशन के अध्यक्ष आनंद मोहन पाठक का कहना था कि शहर में हजारों की श्रेणी में छोटे-छोटे कारखाने हैं। रेडीमेड गारमेंट इकाइयां हैं। इसी प्रकार सराफ ा में स्वर्ण एवं रजत आभूषणों का निर्माण बड़े पैमाने पर होता है। जिसमें आठ से दस कारखानों पर काम होता है। इन्हें छूट नहीं दी गई। बरी, अचार और बीड़ी बनाने के कारखाने हैं, उन्हें भी छूट दी जानी चाहिए थी। केवल बड़े कारखानों को अनुमति दी।
इन जगह पर गतिविधियां रहीं बंद
बड़ा फुहारा, सदर, गोरखपुर, मालवीय चौक, अंधेरदेव, कोतवाली, गढ़ा, रांझी, अधारताल, गोराबाजार, कांचघर, घमापुर, गुरंदी, गलगला आदि इलाकों में बाजार पूरी तरह बंद रहे।