indian railway- मिडिल और लोअर बर्थ की झंझट खत्म
मेल की हिरन पुल पर तेज रफ्तार
जानकारी के अनुसार हावड़ा से मुंबई जा रही १२३२१ अप मेल के चालक ने सिहोरा के पास हिरन नदी के ब्रिज पर कॉशन ऑर्डर लागू होने के बावजूद रविवार को ८० किमी प्रति घंटे की रफ्तार से टे्रन निकाली गई थी। मामला सामने आते ही मंडल रेल प्रशासन ने जांच शुरू कराई। जांच में सामने आया कि सतना से टे्रन लेकर निकले लोको पायलट को वहां के डिप्टी एसएस प्रवीण कुमार सिंह ने कॉशन ऑर्डर लागू होने की जानकारी नहीं दी थी।
मेल की हिरन पुल पर तेज रफ्तार
जानकारी के अनुसार हावड़ा से मुंबई जा रही १२३२१ अप मेल के चालक ने सिहोरा के पास हिरन नदी के ब्रिज पर कॉशन ऑर्डर लागू होने के बावजूद रविवार को ८० किमी प्रति घंटे की रफ्तार से टे्रन निकाली गई थी। मामला सामने आते ही मंडल रेल प्रशासन ने जांच शुरू कराई। जांच में सामने आया कि सतना से टे्रन लेकर निकले लोको पायलट को वहां के डिप्टी एसएस प्रवीण कुमार सिंह ने कॉशन ऑर्डर लागू होने की जानकारी नहीं दी थी।
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हवा से बातें करती गुजरी पवन एक्सप्रेस
कटनी-पटवारा के बीच बीते गुरुवार को 30 किमी की रफ्तार का कॉशन ऑर्डर लागू था। इसके बावजूद मुजफ्फरपुर-एलटीटी पवन एक्स. 100 किमी की रफ्तार से चलाई गई। इसके चलते ट्रेन हादसे का शिकार होने से बच गई। इस मामले की जांच में कटनी स्टेशन में सुपरिटेंडेंट और डिप्टी एसएस की लापरवाही सामने आयी है।
लापरवाही पर ये अधिकारी संस्पेंड
पमरे ने कॉशन आर्डर के उल्लंघन का मामला सामने आते ही तत्काल जांच कमेटी का गठन किया। इस कमेटी की जांच में ट्रेनों को अधिक रफ्तार से निकाले जाने के मामले में कटनी के स्टेशन सुपरिंटेंडेंट संजय दुबे, डिप्टी एसएस राजेश कुमार, ट्रैफिक इंस्पेक्टर एएस चौबे और डिप्टी एसएस प्रवीण कुमार सिंह दोषी पाए गए है। इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
हवा से बातें करती गुजरी पवन एक्सप्रेस
कटनी-पटवारा के बीच बीते गुरुवार को 30 किमी की रफ्तार का कॉशन ऑर्डर लागू था। इसके बावजूद मुजफ्फरपुर-एलटीटी पवन एक्स. 100 किमी की रफ्तार से चलाई गई। इसके चलते ट्रेन हादसे का शिकार होने से बच गई। इस मामले की जांच में कटनी स्टेशन में सुपरिटेंडेंट और डिप्टी एसएस की लापरवाही सामने आयी है।
लापरवाही पर ये अधिकारी संस्पेंड
पमरे ने कॉशन आर्डर के उल्लंघन का मामला सामने आते ही तत्काल जांच कमेटी का गठन किया। इस कमेटी की जांच में ट्रेनों को अधिक रफ्तार से निकाले जाने के मामले में कटनी के स्टेशन सुपरिंटेंडेंट संजय दुबे, डिप्टी एसएस राजेश कुमार, ट्रैफिक इंस्पेक्टर एएस चौबे और डिप्टी एसएस प्रवीण कुमार सिंह दोषी पाए गए है। इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।