ऑटो आरएनए एक्सट्रक्शन मशीन का ट्रायल शुरू
पहले रोजाना 100 कोरोना नमूनों की जांच, अब 800 हुई क्षमता
इसमें प्रतिदिन औसतन ढाई सौ नमूने जांचें जा रहे थे। अब नई मशीन की स्थापना से लैब की जांच क्षमता बढकऱ तकरीबन प्रतिदिन पांच सौ के करीब होने जा रही है। विक्टोरिया अस्पताल में दो ट्रूनेट मशीन से प्रतिदिन पचास से साठ के बीच नमूने की जांच रही है। इसके साथ ही एनआइआरटीएच में भी जांच क्षमता बढ़ गई है। इससे शहर में चार महीने में ही कोरोना नमूने की प्रतिदिन जांच क्षमता अब बढकऱ आठ सौ के करीब होने जा रही है।
अब महज 45 मिनट का समय लगेगा
मेडिकल कॉलेज में टेस्ट के दौरान कोरोना संदिग्ध के 90 नमूने के आरएनए एक्सट्रक्शन में करीब चार से पांच घंटे का समय लगता है। लेकिन अब इतने ही नमूनों के लिए महज 45 मिनट का समय लगेगा। वायरोलॉजी लैब में आई ऑटो आरएनए एक्सट्रक्शन मशीन से पीसीआर टेस्ट की प्रक्रिया आसान होने जा रही है। इस मशीन को इंस्टॉल करने के बाद शुक्रवार की रात को ट्रायल लिया गया। सब कुछ ठीक रहा तो नई मशीन में शनिवार से रूटीन टेस्ट शुरू हो जाएंगे।
10 हजार नमूने की जांच पूरी
नई मशीन से जांच क्षमता बढऩे से पहले वायरोलॉजी लैब ने शुक्रवार को कोरोना के 10 हजार टेस्ट पूरे कर लिए। लैब की स्थापना के बाद कम समय में ही ज्यादा संख्या में नमूनों की जांच हुई। लगातार नमूने बढऩे और बैकलॉग घटाने के लिए लैब में चौबीस घंटे लगातार काम हुआ। तीन से चार अलग-अलग शिफ्ट में काम करके कर्मचारियों ने सीमित संसाधान में एक ही दिन में 371 नमूने जांचनें का भी रेकॉर्ड बनाया।