जबलपुर में लापरवाही कर हद पार: बिना जांच युवक को घर भेजा, 10 दिन में पूरा परिवार संक्रमित

जबलपुर में लापरवाही कर हद पार: बिना जांच युवक को घर भेजा, 10 दिन में पूरा परिवार संक्रमित
 

<p>जबलपुर में लापरवाही कर हद पार</p>

जबलपुर/ कोरोना संदिग्धों की जांच में विक्टोरिया जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। गुरुवार को पॉजिटिव मिला रजा कम्पाउंड निवासी पुरुष 31 मई को विक्टोरिया अस्पताल गया था। उसने डॉक्टरों से बताया था कि 30 मई को पॉजिटिव मिला एक व्यक्ति उसके सम्पर्क में आया था। उसने खुद की कोरोना जांच की गुहार लगाई।
अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे संदिग्ध नहीं माना। बिना देखे घर भेज दिया। उसके बाद संक्रमित व्यक्ति के परिवार में दो दिन में ही आठ और व्यक्ति जांच में पॉजिटिव मिले। उसके बाद रजा कम्पाउंड निवासी व्यक्ति तक स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। उसके परिवार के चार सदस्यों को भी विक्टोरिया के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर लिया।

विक्टोरिया अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही
खुद गया था जांच कराने, डॉक्टरों ने बिना देखे घर भेजा, 10 दिन बाद पूरा परिवार संक्रमित

 

स्क्रीनिंग में पॉजिटिव मिलने के बाद संदिग्ध के नमूने की एनआइआरटीएच से जांच कराई। इसमें संबंधित पुरुष के साथ उसके पत्नी और बेटा-बहू भी पॉजिटिव मिले। पत्नी की हालत गम्भीर होने पर मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। संदिग्धों की पड़ताल में लापरवाही और नमूनों की जांच में लेटलतीफी से कोरोना की रोकथाम को लेकर प्रशासन के प्रयास संदिग्ध हो गए हैं।

कारोबारी की कोरोना जांच कराने साथ गया था
छोटी ओमती सामुदायिक भवन के पास रहने वाले गुरंदी के एक 45 वर्षीय कारोबारी का स्वास्थ्य खराब होने पर उसे लेकर रजा कम्पाउंड निवासी पुरुष विक्टोरिया अस्पताल गया था। 31 मई को आयी रिपोर्ट में कोरोबारी पॉजीटिव मिला था।

 

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रिपोर्ट के इंतजार में उपचार नहीं मिला, तबियत बिगड़ी
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने करीब चार दिन पहले संदिग्ध लक्षण होने पर रजा कम्पाउंड निवासी पुरुष को घर से लाकर विक्टोरिया अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। स्क्रीनिंग में पॉजिटिव मिलने पर परिवार के चारों सदस्यों के नमूने जांच के लिए एनआइआरटीएच भेजे गए। अस्पताल कर्मियों ने चौबीस घंटे में जांच रिपोर्ट आने की जानकारी दी। लेकिन रिपोर्ट तीन दिन आयीं। इस बीच बुधवार की शाम से महिला सदस्य का स्वास्थ्य बिगडऩे लगा। परिजनों ने डॉक्टरों से बेहतर उपचार के लिए मेडिकल अस्पताल रेफर करने की मांग की। लेकिन कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नहीं मिलने से शिफ्ट नहीं किया गया। गुरुवार को जब तक महिला को मेडिकल पहुंचाया गया उसकी हालत गम्भीर हो गई।

हिस्ट्री ने चौंकाया, संक्रमण का दायरा बढऩे की आशंका
स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित मिले जिस परिवार के मुखिया की जांच में लापरवाही बरती उसकी हिस्ट्री चौंकाने वाली बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि संक्रमित मिला पुरुष छोटी ओमती निवासी पूर्व संक्रमित कारोबारी को लेकर जांच कराने के लिए राइट टाउन में एक हृदय रोग विशेषज्ञ की क्लीनिक पर गया था। स्वास्थ्य खराब होने पर पत्नी को जांच के लिए घंटाघर के पास एक डॉक्टर की प्राइवेट क्लीनिक में भी लेकर गए थे। गुरुवार को जब रिपोर्ट पॉजिटिव आने की भनक सम्पर्क में आए परिवार के अन्य सदस्यों को लगी तो कुछ लोग परिजन के घर में छिप गए। जिन्हें बाद में पुलिस ने पकडकऱ क्वारंटीन कराया। इसके चलते संक्रमितों के सम्पर्क में कुछ और लोगों के आने की आशंका बन गई है।

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