शहर में पूर्व कंटेनमेंट जोन से लगे इलाकों में मिल रहे नए संक्रमित
लापरवाही से बेकाबू होने लगा कोरोना घनी बस्तियों में तेजी से पसार रहा पैर
उपनगरीय क्षेत्र रांझी नया हॉट स्पॉट- रांझी में पिछले महीने तक कोरोना के ट्रैवल हिस्ट्री के तीन-चार केस थे। पिछले 20 दिन में उपनगरीय क्षेत्र के कई मोहल्ले-कॉलोनियों तक संक्रमण पहुंच गया। गुरुद्वारा के पास आठ पॉजिटिव केस आने के साथ ही झंडा चौक, अमर नगर, दीवान का बाड़ा, मस्ताना चौक, अमर शॉल मिल, विजय टावर, आजाद नगर, राधाकृष्ण मंदिर और अम्बेडकर वार्ड में कोरोना केस मिले हैं। रांझी से लगे मानेगांव-चम्पा नगर और ईस्टलैंड-खमरिया में भी कोरोना पहुंच गया है।
फुहारा व इससे लगे क्षेत्र में फैलाव जारी- बड़ा फुहारा और उससे लगी घनी बस्ती और बाड़ा वाले क्षेत्रों में संक्रमण का फैलाव जारी है। गोहलपुर, अधारताल, हनुमानताल, घमापुर, ओमती, सराफा, विजय नगर, त्रिमूर्ति नगर, शिव नगर, दमोहनाका आदि इलाकों और इनसे जुड़े क्षेत्रों में हर दिन एक नया क्षेत्र कोरोना की जद में आ रहा है। राइट टाउन, नेपियर टाउन, कटंगा, नर्मदा रोड, आदर्श नगर जैसे पॉश इलाके भी संक्रमण से अछूते नहीं है। गुप्तेश्वर, गढ़ा, रद्दी चौकी, सदर में घरों की बसाहट पास-पास होने से संक्रमण फैल रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों में- बड़ा बाजार पाटन, बिलखरवा बेलखाडू़ू, बडुला सिंघुरी सिहोरा, विद्यासागर वार्ड पनागर, रामपुरी बारहा बरेला, कुंडम रोड खमरिया-पिपरिया, काकरदेही मझौली, मगरमुहा, चौकीताल लम्हेटा, मुडिय़ा रोड पनागर।
लापरवाही
– गोरखपुर क्षेत्र में एक कंटेनमेंट जोन में संक्रमित के परिवार घर पर क्वारंटीन हैं। परिवार के दो सदस्यों के पॉजिटिव मिलने पर अन्य लोगों को घर पर ही निगरानी में रखा गया है। लेकिन, परिवार तक जरूरत की सामग्री नहीं पहुंच रही है। दूध, सब्जी तक के लिए परेशान हैं। इससे लोग क्वारंटीन नियम का उल्लंघन करने को मजबूर हो रहे हैं।
– वंदना नगर में बनाए गए कंटेनेमेंट जोन में भी क्वारंटीन व्यक्ति बाहर घूम रहे हैं। यहां बेरिकेडिंग को जोडकऱ क्वारंटीन व्यक्ति के बाहर निकलने का प्रयास करने पर कार्रवाई हुई है। अन्य कंटेनेमेंट जोन में भी क्वारंटीन व्यक्तियों के बाहर जाने की शिकायतें हैं।
– विजय नगर में एक परिवार की महिला कुछ दिन पहले पुणे से आई। चार दिन बाद ही घर पर पारिवारिक कार्यक्रम हुआ। इसमें उनके निकट के परिजन, परिचित और दूसरे शहर से आए लोग भी शामिल हुए। बाहर से आई महिला क्वारंटीन नहीं हुई।
– पटेरिया का बाड़ा, गढ़ा फाटक लाल स्कूल के पास और आईटीआई के पास घनी बसाहट वाले क्षेत्रों में संदिग्ध लक्षण मिलने के बाद लोग जांच के लिए देर से आए। सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं होने से इन क्षेत्रों में कुछ परिवार के बच्चे और बुजुर्ग कोरोना संक्रमित हो गए।