जबलपुर में 3 दिन में मिले 1150 कोरोना मरीज, लापरवाही से खतरनाक स्थिति बनी

जबलपुर में 3 दिन में मिले 1150 कोरोना मरीज, लापरवाही से खतरनाक स्थिति बनी
 

<p>जिस घर में कोरोना संक्रमित हैं, उस परिवार के सभी सदस्यों को क्वारंटीन रहना है।</p>

जबलपुर। शहर में कोरोना की दूसरी लहर अब कहर बरपा रही है। तीन दिन में कोरोना के एक हजार 150 नए मरीज मिले है। अब तक की स्थिति में सबसे तेजी से संक्रमित मिलने के साथ ही गम्भीर मरीजों की ंसंख्या में वृद्धि हो रही है। संक्रमितों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। महज पंद्रह दिन में कोरोना के एक्टिव बढकऱ दोगुना से ज्यादा हो गए है। बिगड़े हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोविड आइसीयू वार्ड फुल हो गए है। गम्भीर मरीजों को भर्ती कराने के लिए लोग अस्पतालों में भटक रहे है।

हालात हुए बेकाबू : 15 दिन में दोगुना से ज्यादा एक्टिव केस, कोविड आईसीयू फुल, भटक रहे गंभीर मरीज
कोरोना की दूसरी लहर का कहर, तीन दिन में मिले 1150 नए मरीज

रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत
कोरोना के गम्भीर मरीजों के उपचार में उपयोग किए जा रहे रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत गुरुवार को भी बनी रही। आपूर्ति घटने और मांग बढऩे पर सही मरीज को इंजेक् शन मिले इसके लिए प्रशासन ने रेमेडसिविर की बिक्री पर निगरानी रखी। उसके बावजूद गम्भीर मरीजों के परिजन डॉक्टर के पर्चे लेकर रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदने के लिए मेडिकल स्टोर और अस्पतालों के चक्कर काटते रहे।

 

कोरोना जांच भी मुश्किल हुई
संक्रमण के तेजी से फैलाव के बीच कोरोना संदिग्धों के नमूने की सीमित जांच भी लोगों के लिए मुश्किल पैदा कर रही है। संदिग्ध लक्षण के बावजूद यदि फीवर क्लीनिक या पैथोलॉजी लैब में दोपहर बाद लोग पहुंचे तो उन्हें अगले दिन आने कहा जा रहा है। मरीज इतनी तेजी से बढ़ रहे है कि फीवर क्लीनिक्स में कोविड जांच (आरटीपीसीआर) की किट दो से तीन घंटे में ही खत्म हो जा रही है। गम्भीर मरीज के नमूने देने के लिए लोगों को जुगाड़ भिड़ाना पड़ रहा है।

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