शासन ने आपदा प्रबंधन की संस्तुति में किया संशोधन, अब जबलपुर में 24 तक कोरोना कर्फ्यू

-जिला आपदा प्रबंधन समिति के फैसले पर शासन ने किया संशोधन

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जबलपुर. जिला आपदा प्रबंधन समिति के फैसले पर शासन ने संशोधन करते हुए 24 मई की सुबह तक कोरोना कर्फ्यू लगाने का निर्देश दिया है। बतादें कि इससे पूर्व समिति ने सर्वसम्मति से 31 मई तक कोरोना कर्फ्यू लगाने का निर्णय कर शासन को अनुमोदन के लिए प्रस्ताव भेजा था।
रविवार को हुई आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में कलेक्टर ने बताया कि पॉजिटिविटी रेट 29 फीसद से घटकर 11 फीसद पर आ गई है। वहीं रिकवरी रेट 78 फीसद से बढ़कर लगभग 89 प्रतिशत हो गई है। ऐसे में आम सहमति से यह तय किया गया कि अभी कुछ दिनों के लिए कोरोना कर्फ्यू को बढ़ाना ही ठीक होगा।
आपदा प्रबंधन समिति की वर्चुअल मीटिंग में कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बताया, जबलपुर में पिछले 18 दिनों से नए प्रकरणों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्य बढ़ी है। वहीं, नए केस में भी कमी आई है।
जिला आपदा प्रबंधन समिति की वर्चुअल मीटिंग में ब्लैक फंगस की बीमारी के इलाज के लिए जरूरी इंजेक्शन और दवाओं की आपूर्ति बनाए रखने पर भी चर्चा हुई। सांसद राकेश सिंह ने ब्लैक फंगस की बीमारी के लिए आवश्यक इंजेक्शन की पर्याप्त आपूर्ति के लिए अभी से शासन-प्रशासन को हर स्तर पर प्रयास करने का निर्देश दिया।
आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लगाने के नए प्रोटोकॉल को भी स्पष्ट करने का सुझाव दिया गया। जिससे आम लोगों में इसे लेकर भ्रम की स्थित न बने। बता दें कि नई गाइडलाइन में कोविशील्ड के दूसरा डोज 84 दिन के बाद लगाने का सुझाव दिया गया है, जबकि को-वैक्सीन का दूसरा डोज 28 दिन के बाद व 35 दिन के अंदर लगाने का नियम है।
बैठक में कोरोना का टीका लगाने की रफ्तार बढ़ाने के लिए ड्राइव-इन-वैक्सीनेशन पर जोर देने का निर्णय लिया गया। इसके लिए खुले परिसरों और रानीताल स्टेडियम सहित शहर के सभी इंडोर स्टेडियम को चिन्हित करने का सुझाव दिया गया है। वहीं, शहर में बनाए गए कोविड केयर सेंटरों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए स्टेप डाउन की नीति लागू करने का निर्णय लिया गया है।
इसमें निजी और शासकीय अस्पतालों में भर्ती ऐसे मरीजों को जिसे आईसीसीयू या ऑक्सीजन बेड की अब जरूरत नहीं है, उन्हें कोविड केयर सेंटर में रखकर देखभाल किया जाए। इसका बड़ा फायदा निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को होगा। और वे अस्पताल के भारी खर्च से बच सकेंगे।
जिला आपदा प्रबंधन समिति की इस बैठक से विधायक अजय विश्नोई , अशोक रोहाणी, सुशील तिवारी इंदु, विनय सक्सेना, संजय यादव, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित, जिला पंचायत सीईओ रिजु बाफना, अपर कलेक्टर राजेश बाथम और सीएमएचओ डॉ रत्नेश कुररिया जुड़े थे।
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