पैरेंट्स की रजामंदी
मप्र उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार प्रदेश भर के शासकीय और निजी कॉलेजों को यह निर्देश दिए गए हैं कि स्वयंसेवक कोरोना से जंग लडऩे के लिए मैदान में उतर सकते हैं। जबलपुर जिले के एनएसएस समन्वयक डॉ. अशोक मराठे, जिला संगठक डॉ. आनंद सिंह राणा ने बताया कि यह स्वयंसेवकों की इच्छा पर निर्भर रहेगा। इसके लिए उनकी और पैरेंट्स की रजामंदी भी जरूरी होगी।
बताएंगे सच्चाई
आरडीयू मुक्त ईकाई एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. देवांशु गौतम ने बताया कि कि इसके लिए उनकी तैनाती निश्चित की गई है, जहां वे सोशल मीडिया में फैली भ्रामक बातों को दूर करने और वॉलेन्टियर्स का रोल निभाने के लिए अपनी भूमिका निभा सकते हैं। पंजीयन के लिए लिए स्वयंसेवक कॉलेज प्रिंसिपल, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी से सम्पर्क कर सकते हैं। तैनाती के पहले स्वयंसेवकों का हेल्थ रिस्क कवर सम्बंधित सभी बातों का ध्यान रखा जा रहा है। ऐसे में सभी रिस्क कवर, हेल्थ रिस्क कवर, जीवन बीमा एवं आवश्यक सुरक्षा उपकरणों के साथ एनएसएस के छात्र छात्राओं को इस कार्य में लगाया जाएगा।
जबलपुर की स्थिति
एनएसएस जिला संगठक डॉ. आनंद सिंह राणा ने बताया कि जिला जबलपुर में अभी तक लगभग 700 एनएसएस वालंटियर इस कार्य के लिए पंजीयत करवा चुके है। स्वयंसेवक यह काम रादुविवि के अंतर्गत काम करेंगे।
यहां होंगे तैनात
– हेल्प डेस्क और हेल्पलाइन सेंटर में।
– भोजन सामग्री तैयार करने और पैक करने में।
– दवाइयां, राहत सामग्री और अन्य सामान पैक करने में।
– सामुदायिक जागरूकता और प्रचार प्रसार संबंधी कार्य।
– कतार और यातायात प्रबंधन।
– सोशल मीडिया पर आ रही भ्रांतियों को दूर करके।