बड़ी लापरवाही
एकतरफ कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए १५ अप्रैल से टोटल लॉकडाउन शहर में कर दिया गया है। तमाम कार्यालयों को बंद कर दिया गया है। आवश्यक सेवाएं ही संचालित की जा रहीं हैं लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते हुए नीलामी की प्रक्रिया आयोजित कराई गई। कई लोग मास्क पहने थे तो कई नहीं। डिस्पेंसरी के कर्मचारी खुद नीलामी में लगा रहे बोली को रजिस्ट्रर के पन्नों में लिखने और देखने में व्यवस्त रहे। यहां मरीज डॉक्टरों और कर्मचारियों के आने के इंतजार में घंटो खड़े रहे।
स्थानीय निवासी, पेंशनरों में नाराजगी
अस्पताल पं्रबंधन की इस बड़ी लापरवाही को लेकर कैम्पस में रहने वाले स्थानीय लोगों कड़ी आपत्ति दर्ज की तो वहीं डिस्पेंसरी इलाज कराने के लिए पहुंचे पेंशनरों, केंद्रीय कर्मचारियों ने विरोध जताया। एआई बीएसएनएल पेंशनर एसोसिएशन के जिला सचिव केएल जाट, केके पाराशर, एए खान, एसवी रनाडे ने कहा कि गैर जिम्मेदाराना यह घोर लापरवाही है। डिस्पेंसरी के चिकित्सकों, प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। यदि कोई पेंशनर इस बीच संक्रमित होता है तो इसकी जवाबादारी डिस्पेंसरी प्रबंधन की होगी। इस संबंध में उच्चाधिकारियों से शिकायत की जाएगी।