शीतलामाई मंदिर के पास रहने वाली महिला ने गुरुवार देर रात बच्चे को जन्म दिया। नवजात को वार्ड 5 के प्रथम तल पर भर्ती किया किया गया। शुक्रवार सुबह लगभग पांच बजे एक बिल्ली ने नवजात को पंजा मार दिया। इसकी जानकारी प्रसूता ने परिजन को जानकारी दी तो उन्होंने अस्पताल में हंगामा किया। अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए। काफी देर तक गरमा-गरमी के बाद नवजात को एसएनसीयू में शिफ्ट करने और उचित सुरक्षा व्यवस्था के आश्वासन के बाद परिजन शांत हुए।
अस्पताल में बीच-बीच में कई बार बिल्ली के हमले की शिकायत आती रही है। स्टाफ भी बिल्लियों की हरकतों को लेकर प्रबंधन को आगाह करता रहा है। लेकिन सुरक्षा व्यवस्था में चूक से बिल्लियों को प्रवेश करके बच्चों पर हमले का मौका मिल रहा है। अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरके खरे के अनुसार बिल्ली के हमले की सूचना मिलने के बाद नवजात को तुरंत एसएनसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है। बिल्लियों को पकडऩे के लिए पिंजरा लगवा रहे है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्टाफ को सतर्क रहने कहा गया है। बिल्लियों को पकडऩे और रोकने के लिए वन विभाग और नगर निगम को सहायता के लिए पत्र लिख रहे है।