करोड़ों में बना आइएसबीटी बस मालिकों नहीं पसंद, सडक़ पर बैठा रहे सवारी, कर रहे मनमानी

करोड़ों में बना आइएसबीटी बस मालिकों नहीं पसंद, सडक़ पर बैठा रहे सवारी, कर रहे मनमानी
 

<p>bus operators create negligence in ISBT jabalpur</p>

जबलपुर। अंतरराज्यीय बस टर्मिनस (आइएसबीटी) की तमाम व्यवस्थाओं को निजी बस मालिक खुली चुनौती दे रहे हैं। टर्मिनस की जगह बसें सडक़ से ही रवाना की जा रही हैं। निगरानी और रखरखाव की कमी से यहां अतिक्रमणकारी पसर गए हैं। बसों में सवारियों के साथ भारी भरकम लगेज लादा जा रहा है। सडक़ पर बसों की कतार लगने से यातायात व्यवस्था भी चौपट हो रही है। वहीं, बसों की छतों पर लगेज ऊंचाई तक होने से दुर्घटना का खतरा रहता है।

ये था नजारा
दोपहर करीब एक बजे टर्मिनस के बाहर सडक़ पर छिंदवाड़ा, सागर, नरसिंहपुर, मंडला की ओर जाने वाली बसों की कतार लगी थी। सडक़ के किनारे यात्री बैठे थे। बस चालक और परिचालक सवारियों को बसों में बैठने के लिए आवाज लगा रहे थे।

दोनों सडक़ पर बसें
आइएसबीटी की एक मुख्य सडक़ के अलावा सर्विस लाइन पर भी बसें खड़ी थीं। इनकी छतों पर लगेज लोड था।

चौराहे के पहले स्टॉप
आइएसबीटी के अंदर जाने वाली सडक़ तक खड़ी बसें रवाना होने के साथ ही दीनदयाल चौक के पास खड़ी हो रही थीं। इससे यहां मुख्य सडक़ पर जाम के हालात बन रहे थे।

पुलिस प्वाइंट नहीं
बसों की मनमानी की रोकथाम के लिए इस जगह पुलिस का प्वाइंट नहीं था। पता चला कि कभी-कभी पुलिस जवान नजर आ जाते हैं।

आईएसबीटी की सडक़ से बसें रवाना होने की जानकारी सभी को है। यह मामला टीएल बैठक में भी उठाया गया है, लेकिन कोई ठोस फैसला नहीं लिया गया है।
– सचिन विश्वकर्मा, सीईओ, जेसीटीएसएल

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