335 दिन बाद हाइकोर्ट का माहौल मुस्कराया

जबलपुर में सीजे ने गेट पर वकीलों को भेंट किए गुलाब, वकील, पक्षकार सहित अन्य की सुरक्षा उपकरणों से जांच, तापमान भी नापा

<p>Mp High Court Jabalpur</p>

 

जबलपुर। 335 दिन बाद मध्यप्रदेश हाईकोर्ट जबलुपर के परिसर में सोमवार को पुरानी रौनक लौटी। सोमवार से हाइकोर्ट की तीनों बेंचों में भौतिक सुनवाई शुरू हो गई। मुख्यपीठ जबलपुर में सुबह साढ़े 10 बजे चीफ जस्टिस मोहम्मद रफीक ने गेट नंबर-छह पर वकीलों का गुलाब के फूल भेंट कर स्वागत किया। सीजे मोहम्मद रफीक के साथ प्रशासनिक न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव, जस्टिस नंदिता दुबे व जस्टिस संजय द्विवेदी भी थे। चीफ जस्टिस ने गेट पर प्रवेश करने वाले वकीलों को भौतिक सुनवाई आरम्भ होने की बधाई व आने वाले दिनों के लिए स्वस्थ रहने की शुभकामनाएं दीं। एडवोकेट संजय वर्मा को सीजे ने सबसे पहले प्रवेश के बाद पहला गुलाब का फूल भेंट किया। वर्मा ने सीजे सहित सभी न्यायाधीशों का गर्मजोशी से स्वागत करने पर अधिवक्ता समुदाय की ओर से आभार जताया।

सोमवार सुबह 10.30 से शाम 5 बजे तक हाईकोर्ट परिसर में चहल-पहल देखने को मिली। इस दौरान कोविड गाइडलाइन का पालन अनिवार्य रहा। सिर्फ छह नंबर गेट से प्रवेश की व्यवस्था थी। प्रत्येक वकील और पक्षकार सहित अन्य को दाखिल होने से पूर्व सुरक्षा उपकरणों से होकर गुजरना पड़ा। उनका तापमान भी मापा गया। प्रवेश द्वार से लेकर परिसर और गलियारे तक समुचित सुरक्षा बल तैनात रहा। बिना आवश्यक कार्य के किसी को गलियारे में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। न्यायाधीशों के कक्षों व बार के बीच रेलिंग कायम रही। रेलिंग के उस पार सिर्फ वे ही वकील प्रवेश कर पाए, जिनके मामले भौतिक सुनवाई के लिए निर्धारित थे। पिछले कई माहों के बाद हाईकोर्ट बार के सिल्वर जुबली सभागार में इतनी अधिक संख्या में वकील बैठे व परस्पर संवाद करते नजर आए। उनके बीच भौतिक सुनवाई शुरू होने को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा था। विशेष बात यह रही कि वकीलों का एक वर्ग भौतिक सुनवाई में जबकि दूसरा अपने चयनित विकल्प के अनुरूप वीसी से सुनवाई में मशगूल रहा।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.