वॉल्ब से निकलते धुएं ने खोली पोल
सारिका ने एक नवाचार करते हुए डिस्प्ले फेस मॉडल की नाक पर वॉल्ब वाले एन-95 मास्क को बांधने के बाद मॉडल के अंदर आतिशबाजी जलाकर धुंआ किया। एक पाइप की मदद से हवा का दबाव बाहर की ओर बढ़ाया, तो मास्क के वॉल्ब से रंगीन धुंआ वातावरण में निकलने लगा। यह धुंआ वाल्ब में बने छोटे छिद्रों से निकल रहा था इससे इस मास्क में कमियां दिखीं।
महंगे होते हैं वॉल्ब वाले एन-95 मास्क
सारिका ने दावा किया कि आमतौर पर वॉल्ब लगे एन-95 मास्क न केवल, अन्य मास्क से महंगे हैं बल्कि शान के प्रतीक भी माने जाते हैं। वॉल्ब लगा मास्क बाहर से आने वाली हवा को तो फिल्टर तो करता है लेकिन अंदर से बाहर जाने वाली हवा को सीधे बाहर निकाल देता है। ऐसे में वायरस, संक्रमित व्यक्ति के मास्क में लगे डॉपलेट्स से बाहर आकर अन्य व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। सारिका ने आगे बताया कि बिना वॉल्ब का एन-95 मास्क संक्रमण से बचाव के लिये सबसे सही मास्क है। यह हवा में मौजूद 95 प्रतिशत कणों को रोकने में सक्षम होता है। सारिका ने लोगों से अपील की है कि कोविड 19 के विरूद्ध इस लड़ाई में बिना वॉल्ब वाले मास्क को अपना हथियार बनाएं।