आखिर क्यों है असुरक्षित हजारों कट्टियों में भरा हुआ गेहूं……जानने के लिए पढ़े यह मामला
हजारों में कट्टियों में लगा रिमझिम बारिश का पानी, खुले में पड़े गेहूं में फफूंद का खतरा-मंगलवार सुबह हुई रिमझिम बारिश का पानी लगने से नुकसान का खतरा
<p>उपार्जन मूल्य गेहूं खरीदी।</p>
इटारसी। समर्थन मूल्य पर जिले भर में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी की गई है। सोसायटियों द्वारा खरीदा गया यह गेहूं अब तक परिसर में खुले में ही पड़ा हुआ है। मंगलवार सुबह हुई रिमझिम बारिश का पानी गेहूं की हजारों कट्टियों में लगने से अब इसमें फफूंद लगने का खतरा बढऩे लगा है। मौसम में धूप नहीं निकलने और इसी तरह की रिमझिम बारिश का चक्र और गेहंू के उठाव में देरी से बड़ी मात्रा में गेहूं को नुकसान हो सकता है।
———-
जिले में 2९० खरीदी केंद्र
होशंगाबाद जिले में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए कुल 290 खरीदी केंद्र बनाए गए थे। इनमें से सोयायटी स्तर पर 99 केंद्र, गोदाम स्तर पर 7२ केंद्र और सायलो स्तर पर 16 केंद्र थे जिनमें गेहूं की खरीदी हुई थी। सभी केंद्रों पर इस बार गेहूं की बंपर खरीदी हुई है जिसका परिवहन करने में प्रशासन को पसीना आ रहा है। मौसम का अचानक करवट लेना भी खुले में पड़े गेहूं के लिए खतरा बन रहा है।
————-
गेहूं में फफंूद का खतरा
जिले में अब तक करीब 15 हजार 167 मीट्रिक टन गेहूं पड़ा हुआ है जिसका परिवहन नहीं हुआ है। अभी भी हजारों की तादाद में गेहूं से भरी कट्टियां खुले में रखी हुई हैं। मंगलवार सुबह हुई रिमझिम बारिश का पानी इन बोरियों में लग चुका है। इस गेहूं के जल्दी ही सुरक्षित जगह पर नहीं पहुंचने से उसमें फफूंद का खतरा खड़ा हो सकता है।
—————–
एक नजर में जिले की स्थिति
कुल खरीदी केंद्र-290
अब तक कुल खरीदी- 8 लाख 95 हजार 372 मीट्रिक टन
खरीदे गए गेहूं की कुल कीमत- 1723.59 करोड़ रुपए
अब तक हुआ कुल परिवहन-8 लाख 80 हजार 205 मीट्रिक टन
विभिन्न केंद्रों में अटका गेहूं- करीब 15 हजार 167 मीट्रिक टन
———————
इनका कहना है
परिवहन का काम तेजी से चल रहा है। अब तक करीब ९५ प्रतिशत गेहूं का उठाव हो गया है। जो रह गया है उसका उठाव भी जल्द हो जाएगा।
दिलीप सक्सेना, जिला प्रबंधक नान