पहली टनल बनकर तैयार
हबीबगंज और इटारसी रेलवे स्टेशन के बीच बन रही इस तीसरे रेलवे ट्रैक पर बनने वाले 5 टनल में से पहले टनल का काम पूरा कर लिया गया है। जो पहली टनल बनकर तैयार हुई है वो 1 हजार 80 मीटर लंबी है। शुक्रवार को पश्चिम मध्य रेलवे के जीएम शैलेंद्र कुमार सिंह और भोपाल मंडल के डीआरएम उदय बोरवणकर ने तीसरे रेलवे ट्रैक और टनल निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान जीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह ने काम में तेजी लाने के बात कहते हुए बताया कि 2022 तक इस ट्रैक पर ट्रेन दौड़ने लगेंगी। इटारसी से बुदनी के बीच 2019 से गुड्स ट्रेनें चलाई जा रही है, वहीं हबीबंगज से बरखेड़ा के बीच तीसरे ट्रैक पर ट्रेन दीवाली से पहले शुरू होने की संभावना है।
एक लाख पेड़ लगाए जाएंगे
तीसरी रेल लाइन बिछाने के लिए कई पेड़ों को भी काटा गया है। रेलवे ने पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए इन पेड़ों की भरपाई करने के लिए एक लाख नए पेड़ लगाने के लिए वन विभाग को राशि भी दे दी है। साथ ही इस लाइन के निर्माण में वन्य जीव संरक्षण के लिए लाइन पर 5 ओवरपास, 9 अंडरपास, जानवरों को पानी पीने के लिए डैम, एक जल भंडार जिसपर सौर ऊर्जा संचालित बोरवेल रेलवे ने लगाया है। बता दें कि हबीबगंज-इटारसी के बीच ट्रेनों का ट्रैफिक काफी ज्यादा है और इसी के कारण कई बार ट्रेनें लेट भी होती हैं जिससे यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ट्रेनों की लेटलतीफी और बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए ही इस तीसरे रेलवे ट्रैक का निर्माण किया जा रहा है और अधिकारियों का कहना है कि ट्रैक के बनने के बाद ट्रेनों की ट्रैफिक का दबाव कम होगा और ट्रेनों की स्पीड बढ़ने से सीधे तौर पर यात्रियों को फायदा होगा।