लीक हुआ सैनिकों का डेटा
पिछले कुछ महीनों में किए गए आंतरिक सर्वे के अनुसार सैनिकों के नाम, उनके मिलिट्री आईडी नंबर और परमानेंट अकाउंट नंबर सहित कई और जानकारियां रक्षा मंत्रालय के पे एंड अकाउंट ऑफिस की वेबसाइट्स पर सार्वजनिक हो गई थी। सरकार ने विभागों को निर्देश दिए है की वेबसाइट के होम पेज से इस जानकारी को तुरंत हटाया जाए और डेटा लीक को रोकने के लिए वेबसाइट की सुरक्षा पर काम किया जाए।कार्यालयों को यह निर्देश भी दिए गए कि संवेदनशील सूचना एक सिक्योर्ड लॉग-इन के बाद यूजर रोल बेस्ड एक्सेस के जरिए ही दी जाए।
पिछले कुछ महीनों में किए गए आंतरिक सर्वे के अनुसार सैनिकों के नाम, उनके मिलिट्री आईडी नंबर और परमानेंट अकाउंट नंबर सहित कई और जानकारियां रक्षा मंत्रालय के पे एंड अकाउंट ऑफिस की वेबसाइट्स पर सार्वजनिक हो गई थी। सरकार ने विभागों को निर्देश दिए है की वेबसाइट के होम पेज से इस जानकारी को तुरंत हटाया जाए और डेटा लीक को रोकने के लिए वेबसाइट की सुरक्षा पर काम किया जाए।कार्यालयों को यह निर्देश भी दिए गए कि संवेदनशील सूचना एक सिक्योर्ड लॉग-इन के बाद यूजर रोल बेस्ड एक्सेस के जरिए ही दी जाए।
पहले भी हैक हो चुकी है वेबसाइट्स
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है की पे-लिंक्ड वेबसाइट्स के साथ छेड़छाड़ हुई हो। पहले भी रक्षा मंत्रालय की पे-लिंक्ड वेबसाइट्स के साथ इससे पहले भी छेड़छाड़ हो चुकी है। हैकर्स ने 2015 में प्रिंसिपल कंट्रोलर डिफेंस एकाउंट्स (ऑफिसर्स) के ऑफिस की वेबसाइट को हैक कर लिया था। इसके बाद भी सरकार ने इससे कोई सबक नहीं लिया। ऐसे में इसे सरकार की एक बड़ी चूक माना जा रहा है।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है की पे-लिंक्ड वेबसाइट्स के साथ छेड़छाड़ हुई हो। पहले भी रक्षा मंत्रालय की पे-लिंक्ड वेबसाइट्स के साथ इससे पहले भी छेड़छाड़ हो चुकी है। हैकर्स ने 2015 में प्रिंसिपल कंट्रोलर डिफेंस एकाउंट्स (ऑफिसर्स) के ऑफिस की वेबसाइट को हैक कर लिया था। इसके बाद भी सरकार ने इससे कोई सबक नहीं लिया। ऐसे में इसे सरकार की एक बड़ी चूक माना जा रहा है।
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