सब्सक्राइबर्स बेस बढ़ाने में जुटी है रिलायंस जियो
कोटक इन्स्टीट्यूशन इक्विटी रिसर्च ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा’ “हमारे अनुमान के मुताबिक वित्त वर्ष 2019 की दूसरी तिमाही में भारती एयरटेल का वायरलेस रेवेन्यू 87-88 अरब रुपए होगा। जबकि रिलायंस जियो के वायरलेस नेटवर्क का नेट रेवेन्यू 92.4 अरब रुपए रहा है।” यदि एेसा है तो यह वोडाफोन-आइडिया के बाद रिलायंस जियो वायरलेस नेटवर्क रेवेन्यू के मामले में देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी होगी। गौरतलब है कि रिलायंस जियो तेजी से अपने सब्सक्राइबर्स बेस को बढ़ाने में लगी है। हालांकि आधार र्इ-केवार्इसी पर बैन लगने के बाद जियो को थोड़ा झटका लग सकता है।
शेयरधारकों को होगा फायदा
जेफरीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने भी अपने एक नोट में लिखा है, “हमें उम्मीद है कि आने वाले 9 से 12 माह में सब्सक्राइबर्स बेस बढ़ाने के लिए टेलिकाॅम कंपनियों में कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी। पिछले सप्ताह में ही रिलायंस जियो ने सभी पैकेज पर 100 फीसदी कैशबैक आॅफर दिया था। इसके साथ ही दूसरी कंपनियों ने पैकेज के प्राइसेज में कुछ बदलाव किया था।” कंपनी के इजाफे में इस बढ़ोतरी के बाद शेयरधारकाें को फायदा होगा। लेकिन आॅपरेटिंग काॅस्ट में बढ़ोतरी के बाद कंपनी की कुल कमार्इ पर असर देखने को मिल सकता है।