लॉकडाउन बढ़ने पर भी उत्पादन सेक्टर में शुरू होगा काम, सरकार ने दिये संकेत
स्टार्टअप्स में होगी छंटनी- चंद्रशेखर ने कहा कि बड़ी कंपनियां वास्तव में नौकरियों में कमी नहीं करना चाहेंगी। इसके दो मुख्या कारण है। पहला कारण यह है कि वह अपने कर्मचारियों को खोना नहीं चाहती हैं और दूसरा कारण यह है कि इन कंपनियों के पास कर्मचारियों को भुगतान करने के लिए पर्याप्त धन उपलब्ध है। लेकिन ऐसे स्टार्टअप्स जो वेंचर कैपिटलिस्ट के फंड पर आश्रित हैं उन्हें ज़रूर लॉकडाउन की वजह से अपने काम को कम करना पड़ सकता है। वहीं बड़ी कंपनियां अगर छंटनी करती है तो इंटर्न और ट्रेनी लेवल से लोग निकाले जा सकते हैं। लेकिन अगर ये लॉकडाउन 2-3 महीने चला तो आई सेक्टर का वर्क कल्चर भी बदल सकता है । अगर सिर्फ 2 हफ्ते के लिए ये बढ़ता है तो वर्क फ्रॉम होम का कल्चर नेगेटिव इंपैक्ट डालेगा।
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आपको बता दें कि 21 दिनों के लॉकडाउन के बाद ही अनुमान लगाया जा रहा था कि इस सेक्टर में लगभग 1.5 लाख नौकरियां जा सकती है।