मल-मूत्र गिराने पर लगेगा 50 हजार जुर्माना
डीजीसीए ने यह निर्देश नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के एक ऑर्डर के बाद दिया हैं। लेकिन एविएशन रेग्युलेटर का मानना है की यह आदेश थोड़ा सख्त है। इसलिए उन्होंने एनजीटी से उसका ऑर्डर रिव्यू करने को कहा है। जबतक ऑर्डर रिव्यू नहीं होता तबतक सभी एयरलाइंस को इस निर्देश का पालन करना होगा। डीजीसीए डायरेक्टर (एयरक्राफ्ट इंजिनियर) अमित गुप्ता द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक, फाइनल ऑर्डर न आने तक कोई भी एयरलाइंस टेक ऑफ या लैंडिंग के वक्त या एयरपोर्ट के आसपास मल-मूत्र नहीं फेंक सकती। इस निर्देश का पालन न होने पर 50 हजार रुपए का जुर्माना लगेगा। जारी ऑर्डर सभी घरेलू एयरलाइंस, भारत से और भारत के लिए उड़ान भरनेवाले विदेशी प्लेन्स, राज्य सरकारों, प्राइवेट ऑपरेटर्स पर लागू होगा।
डीजीसीए ने यह निर्देश नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के एक ऑर्डर के बाद दिया हैं। लेकिन एविएशन रेग्युलेटर का मानना है की यह आदेश थोड़ा सख्त है। इसलिए उन्होंने एनजीटी से उसका ऑर्डर रिव्यू करने को कहा है। जबतक ऑर्डर रिव्यू नहीं होता तबतक सभी एयरलाइंस को इस निर्देश का पालन करना होगा। डीजीसीए डायरेक्टर (एयरक्राफ्ट इंजिनियर) अमित गुप्ता द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक, फाइनल ऑर्डर न आने तक कोई भी एयरलाइंस टेक ऑफ या लैंडिंग के वक्त या एयरपोर्ट के आसपास मल-मूत्र नहीं फेंक सकती। इस निर्देश का पालन न होने पर 50 हजार रुपए का जुर्माना लगेगा। जारी ऑर्डर सभी घरेलू एयरलाइंस, भारत से और भारत के लिए उड़ान भरनेवाले विदेशी प्लेन्स, राज्य सरकारों, प्राइवेट ऑपरेटर्स पर लागू होगा।
एनजीटी के पास आई कई शिकायते
हालांकि लैंडिंग के वक्त , एयरपोर्ट के आसपास और घरों के ऊपर मल-मूत्र फेंकने का यह कोई पहला मामला नहीं हैं। पहले भी कई लोगों ने मल-मूत्र को घरों पर फेंक जाने को लेकर एनजीटी को कई बार शिकयात की हैं। इसी को लेकर एनजीटी ने यह कदम उठाया हैं। हाल ही में इस मामले पर दिल्ली के वसंत कुंज में रहनेवाले एक शख्स ने एनजीटी में शिकायत दर्ज करवाई थी कि लैंडिंग से पहले एक प्लेन ने उनके घर के ऊपर मल फेंक दिया था।