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दशक का सबसे खराब प्रदर्शन
प्रॉपर्टी सलाहकार नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के अनुसार देश के आठ प्रमुख शहरों में मकानों की बिक्री इस साल जनवरी से जून के बीच में 54 फीसदी कम होकर 59,538 यूनिट्स रह गई हैं, जोकि जो पिछले एक दशक का निचला स्तर है। रिपोर्ट के अनुसार यह आंकलन दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद और अहमदाबाद में जनवरी से मार्च के दौरान मकानों की बिक्री 27 फीसदी घटकर 49,905 यूनिट पर आ गई है। वहीं अप्रैल से जून के बीच बिक्री 84 फीसदी कम होकर 9,632 यूनिट्स गई। रिपोर्ट की मानें तो लॉकडाउन के बीच मांग के बुरी तरह प्रभावित होने के कारण इस तरह के आंकड़े देखने को मिले हैं।
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ज्यादा प्रभावित हुआ रियल एस्टेट कारोबार
नाइट फ्रैंक इंडिया के सीएमडी शिशिर बैजल के अनुसार रेजिडेंशियल रियल एस्टेट सेक्टर काफी समय से संकट के दौर से गुजर रहा है। अब कोरोना वायरस ने इस सेक्टर पर और गहरी चोट कर दी है। वैसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से रेपो दरों में कटौती के साथ लिक्विडिटी बढ़ाने पर भी जोर दिया है, लेकिन सरकार के तुरंत साथ देने की जरुरत है।शिशर के अनुसार उन्हें भरोसा है कि सरकार अब सेक्टर में सकारात्मक फैसले लेते हुए बायर्स और डेवलपर्स दोनों के हित के बारे में काम करेगी।