ये है रेलवे का प्लान
दरअसल, रेलवे ने हाथियों को ट्रेन हादसों से बचाने के लिए Plan Bee के तहत रेलवे-क्रासिंग पर ऐसे ध्वनि यंत्र लगाए हैं। जिनसे निकलने वाली मधुमक्खियों की आवाज से हाथी रेल पटरियों से दूर रहते हैं और ट्रेन हादसों की चपेट में आने से बचते हैं। दिलचस्प बात ये है कि इस पहल के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।
दरअसल, रेलवे ने हाथियों को ट्रेन हादसों से बचाने के लिए Plan Bee के तहत रेलवे-क्रासिंग पर ऐसे ध्वनि यंत्र लगाए हैं। जिनसे निकलने वाली मधुमक्खियों की आवाज से हाथी रेल पटरियों से दूर रहते हैं और ट्रेन हादसों की चपेट में आने से बचते हैं। दिलचस्प बात ये है कि इस पहल के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।
इतनी है कीमत
Plan Bee की सफलता की जानकारी खुद रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दी। साथ ही उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया है। इस वीडियो में बताया गया है कि इस डिवाइस की कीमत 2000 रुपए है। गोयल ने अपने ट्विट में कहा है कि अभी ये डिवाइस गुवाहटी के पास लगाए गए हैं और यह प्लान पूरी तरह सफल रहा। इससे न केवल हाथियों के घायल होने का सिलसिला थमा है बल्कि ट्रेनें भी नहीं रुकेंगी। हाथियों को भगाने के लिए जिस डिवाइस का इस्तेमाल हो रहा है उसकी आवाज 600 मीटर दूर तक जाती है। हाथी जैसे ही पटरियों की ओर रुख करते हैं तो आवाज सुनकर वे उल्टे पांव वापस हो जाते हैं।
Plan Bee की सफलता की जानकारी खुद रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दी। साथ ही उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया है। इस वीडियो में बताया गया है कि इस डिवाइस की कीमत 2000 रुपए है। गोयल ने अपने ट्विट में कहा है कि अभी ये डिवाइस गुवाहटी के पास लगाए गए हैं और यह प्लान पूरी तरह सफल रहा। इससे न केवल हाथियों के घायल होने का सिलसिला थमा है बल्कि ट्रेनें भी नहीं रुकेंगी। हाथियों को भगाने के लिए जिस डिवाइस का इस्तेमाल हो रहा है उसकी आवाज 600 मीटर दूर तक जाती है। हाथी जैसे ही पटरियों की ओर रुख करते हैं तो आवाज सुनकर वे उल्टे पांव वापस हो जाते हैं।