कभी हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से गांव के रहने वाले और Zscaler के सीईओ और संस्थापक ने 2007 में साइबर सिक्योरिटी फर्म की स्थापना की थी। IIT के पूर्व छात्र नैस्डैक-सूचीबद्ध फर्म में 42 प्रतिशत के मालिक हैं। इसका मार्केट कैप 281,000 करोड़ रुपये है।
कॉर्पोरेट रैनसमवेयर हमलों के कारण इस कंपनी की साइबर सिक्योरिटी कंपनी की मांग में बढ़ोतरी ने उनके नाम की अपार संपत्ति में लगभग 85 प्रतिशत योगदान दिया। इसने उन्हें IIFL वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2021 में 10वें स्थान पर पहुंचा दिया है।
आज वह अपनी इंडस्ट्री के दिग्गज हैं और खुद अपने पैरों पर खड़े होने वाले एक प्रमुख अरबपति के रूप में सामने आए हैं। हालांकि, वह हमेशा इतने भाग्यशाली नहीं थे। अपने पैतृक गांव पनोह में कई बार उन्हें और उनके परिवार को बिजली या पानी के बिना कई दिनों तक रहना पड़ता था। इतनी जमीनी पृष्ठभूमि से आने के कारण यह वास्तव में गुदड़ी के लाल से लेकर अमीरी तक की वो कहानी है जहां उन्होंने खुद को देश के सबसे धनी लोगों में से एक बना लिया है।
चौधरी जो कमाई करने में सक्षम थे, उसमें एक प्रमुख योगदान कोविड-19 महामारी का था। इस दौरान जबकि अधिकांश देश नई रफ्तार के साथ तालमेल बिठा रहे थे और घर से काम करना एक जरूरत बन रहा था, दुनिया भर में साइबर सुरक्षा की आवश्यकता भी बढ़ गई थी।
2020 के दौरान, चौधरी की कंपनी तेजी से बढ़ी। इसके शेयरों में लगभग 300 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसने इसे जूम जैसे सॉफ्टवेयर प्रोग्राम की लीग में रखा। ‘द सॉफ्टवेयर रिपोर्ट’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा लगता है कि वर्ष 2020 में कंपनी के राजस्व का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा वैल्यू-ऐडेड रिसेलर्स के परिणामस्वरूप आया है।
Zscaler की स्थापना से पहले चौधरी ने चार अन्य टेक कंपनियों की स्थापना की थी। हालांकि ये सभी खरीद ली गई थीं। इन कंपनियों का नाम सिक्योरआईटी, कोरहार्बर, सिफरट्रस्ट और एयरडिफेंस था। कहा जा सकता है कि किसी कंपनी को इस हद तक बढ़ाने के कारोबार में यह उनका पहला मौका नहीं था। वास्तव में, सिक्योरआईटी उनकी पहली स्टार्ट-अप कंपनी थी, जिसे उन्होंने 1996 में शुरू किया था। तब उन्होंने और उनकी पत्नी दोनों ने अपनी नौकरी छोड़ दी और अपनी जमा पूंजी को प्रोटो साइबर सिक्योरिटी फर्म में निवेश कर दिया।
चौधरी के अलावा कई अन्य नए चेहरे भी हैं जिन्होंने IIFL वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2021 में टॉप 10 सबसे अमीर लोगों में अपनी जगह बनाई है। स्टील किंग आर्सेलर मित्तल के 71 वर्षीय लक्ष्मी मित्तल के साथ-साथ आदित्य बिड़ला के 54 वर्षीय कुमार मंगलम बिड़ला; दोनों क्रमशः सूची में नंबर 5 और नंबर 9 स्थान पर हैं। इस साल, यह पहली बार है कि दोनों अडानी भाइयों ने टॉप 10 आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2021 में जगह बनाई है।
IIFL वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2021 के बारे में यह कहा गया था, “IIFL वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2021 में पांच नए शहर बढ़कर 119 शहरों में अब 179 नए लोग जुड़कर 1,007 व्यक्तियों की 1,000 करोड़ संपत्ति हैं। इनकी कुल संपत्ति 51 फीसदी बढ़ी, जबकि औसत संपत्ति 25 फीसदी बढ़ी। 894 व्यक्तियों ने अपनी संपत्ति में वृद्धि देखी या कोई बदलाव नहीं हुआ और इनमें 229 नए चेहरे थे, जबकि 113 ने अपनी संपत्ति में गिरावट देखी। भारत में अब 237 अरबपति
हैं, जो पिछले साल की तुलना में 58 अधिक हैं। रसायन और सॉफ्टवेयर ने सूची में सबसे अधिक नए लोगों को शामिल होने का मौका दिया है, फार्मा अभी भी नंबर 1 है और उसने सूची में 130 लोगों को जोड़ा है।”
हैं, जो पिछले साल की तुलना में 58 अधिक हैं। रसायन और सॉफ्टवेयर ने सूची में सबसे अधिक नए लोगों को शामिल होने का मौका दिया है, फार्मा अभी भी नंबर 1 है और उसने सूची में 130 लोगों को जोड़ा है।”