सिंह ने दोहराया है कि बम और गोली के धमाकों के बीच पाकिस्तान से किसी सूरत में बातचीत नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि भारत की विदेश नीति बिल्कुल साफ है। हम पड़ोसियों को साथ लेकर चलना चाहते हैं। शनिवार देर रात पुष्कर पहुंचे वी.के.सिंह ने पत्रिका से विशेष मुलाकात में यह बात कही।
पत्रिका : बलूचिस्तान पर पीएम की टिप्पणी से पाक-चीन तिलमिलाए हुए हैं? वी.के.सिंह : बलूचिस्तान का अपना इतिहास रहा है। जिस प्रकार वहां पर दमनकारी नीतियां अपनाई जा रही, उसे लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो बयान दिए वह सही है।
दाऊद को भारत लाने में सफलता मिलेगी? हमारा गृह मंत्रालय बहुत अच्छे हाथों में है। नेतृत्व बहुत अच्छा है। मुझे पूरी उम्मीद है कि गृहमंत्री और गृहमंत्रालय के अधिकारी इस मामले में जरूर कुछ न कुछ कर रहे होंगे।
पाकिस्तान से बातचीत के कोई प्रयास? आपको याद होगा प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार साफ कहा था कि अगर बातचीत होगी तो बम और गोली के धमाकों के बीच नहीं होगी। हम इसी नीति पर चल रहे हैं।
पीओके को लेकर क्या कहेंगे? पीओके भारत का हिस्सा है, इस पर कोई शक नहीं होना चाहिए। उस पर पाकिस्तान ने कब्जा कर रखा है। उसको लेकर हमारी पॉलिसी शुरू से ही क्लियर है।
प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं को लेकर आलोचना की जा रही है…? कमजोर विपक्ष ज्यादा आलोचना करता है। यह विपक्ष की फितरत है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यात्राएं करके भारत का मान बढ़ाया है। इन्हीं प्रयासों के कारण भारत को उच्च स्तर पर देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री ने मैत्री, व्यापार में फायदा और नीतियों को देखकर ही यात्राएं की है। विपक्ष को चाहिए कि वह टीवी पर मोदी यात्रा को लेकर दिखाए जा रहे कार्यक्रम को देखें। पाकिस्तानी टीवी ने भी मोदी की यात्राओं को लेकर नई ऊर्जा भरने की बात कही है।