आ चुके हैं आवेदन
इस बारे में एआरटीओ अर्चना मिश्रा का कहना है कि ट्रेनिंग में महिलाओं को ट्रैफिक नियमों की पूरी जानकारी दी जाएगी। साथ ही उन्हें ड्राइविंग सिखाई जाएगी। इस ट्रेनिंग को शुरु करने का मकसद केवल जरूरतमंद युवती-महिलाएं यहां से नि:शुल्क ट्रेनिंग लें और खुद के लिए रोजगार के साधन उपलब्ध कर सकें। इस ट्रेनिंग के लिए बड़ी संख्या में महिलाओं के आवेदन भी आ चुके हैं।
लौटा दी जाएगी राशि
वहीं बाहर से इस ट्रेनिंग के लिए आने वाली महिलाओं के लिए आवास, भोजन की व्यवस्थाएं भी आईटीआई में नि:शुल्क की जाएंगी। यह ट्रेनिंग नि:शुल्क रहेगी। हालांकि फॉर्म जमा करवाते समय सभी से एक-एक हजार रुपए की राशि जमा करवाई गई है, जो ट्रेनिंग पूरे होने के बाद लौटा दी जाएगी।