टीआइ बेटमा संजय शर्मा ने बताया, छोटा बेटमा स्थित आवासीय स्कूल में 18 वर्षीय युवक सोमवार को पहुंचा। हाल ही में उसने 12वी कक्षा पास की है। स्कूल से वह अपनी टीसी निकलवाने आया था। स्कूल में स्थित छात्रावास में वह पहले रहता था। वह मूलतः हरसूद का रहने वाला है। दोपहर 3 बजे वह स्कूल से निकला। इसके कुछ देर बाद उसके मामा दुर्गेश राठौर के पास युवक ने वाट्सऐप पर मैसेज भेजा कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया है। इन्हें एक लाख रुपए की फिरौती चाहिए तब मुझे छोड़ेंगे।
यह मैसेज देखकर दुर्गेश हैरान रह गया। उन्होंने कई बार फोन लगाया लेकिन युवक से बात नहीं हुई। कुछ देर बाद फिर उसने मैसेज भेजा फिर यह सिलसिला चलता रहा। वाट्सऐप पर उसने हाथ पर चोट का एक फोटो भी भेजा। दरअसल में यह फोटो उसने इंटरनेट से निकाला था। इससे वह बताना चाह रहा था कि अपहरण करने वाले उसे मार रहे हैं।
घटना की जानकारी पर पुलिस हरकत में आई। उसपी लोकेशन चंदन नगर, ग्वालटोली, रेलवे स्टेशन, भवरकुआं, खंडवा रोड आई। सभी टीआइ अपनी टीम के साथ तलाश में जुट गए। बार-बार वह मोबाइल बंद कर लेता। सिर्फ वह वाट्सऐप पर मैसेज ही भेजा रहा था। आखिरी मैसेज उसने भेजा कि राम-राम तुम्हारा लड़का नहीं बचा। इसके बाद उसने फोन बंद कर लिया। उसकी लोकेशन देखकर पुलिस को अंदेशा हुआ था कि किसी बस में है। रात 10 बजे तेजाजी नगर में चेकिंग लगाई गई, जिससे वह खंडवा जा रही बस में बैठा मिला।
10 दिन से बना रहा था योजना
युवक घर नहीं जाना चाहता था। 10 दिन से वह सोच रहा था कि ऐसा क्या करे जिससे घर नहीं जाना पड़े। वह क्राइम पेट्रोल सीरियल देखता था। इससे उसे खुद के अपहरण का विचार आया। वह खंडवा से ट्रेन में बैठकर जोधपुर जाने वाला था। उसकी मामा से अच्छी ट्यूनिंग थी तो उन्हें पैसे के लिए फोन किया। उसके पिता किसान हैं। वह पढ़ाई में काफी होशियार था तो उसे यहां भेजा था। फिलहाल पुलिस उससे जानकारी ले रही है। पता चला है कि उसके पास से बैग में एक चाकू भी मिला है। हालांकि अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है।