must read : इंदौर में इस दिन होगा आईफा अवार्ड, शामिल होंगे ये बड़े कलाकार, आज भोपाल में होगी बैठक भाजपा विधायक मेंदोला द्वारा ट्विटर, फेसबुक और ईमेल के जरिए भेजे गए पत्र में लिखा है कि कांग्रेस के वचनपत्र की याद दिलाने पर मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक तौर पर आपके (सिंधिया) साथ जैसा व्यवहार किया, वो दु:खद और पीड़ादायी है। इससे आपकी पीड़ा का अंदाजा लगाया जा सकता है। हनुमानजी सबके संकट और पीड़ा हर लेते हैं। मुझे विश्वास है कि पीड़ा के इन क्षणों में हनुमान जी की भक्ति आपको शक्ति और साहस देगी। इस पत्र के माध्यम से मैं आपको इंदौर में श्री पितरेश्वर हनुमान धाम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित करता हूं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के संकल्प अनुरूप यहां अष्टधातु से निर्मित हनुमानजी की विश्व की सबसे विराट और दिव्य प्रतिमा स्थापित की गई है। इस विराट प्रतिमा के समक्ष, साधु- संतों के सानिध्य में सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ आपको अपनी पार्टी से मिली चुनौती को पूरा करने और आपकी पार्टी में आपके साथ हो रहे अन्याय से लडऩे और जीतने की शक्ति देगा। आमंत्रण बहुत शुभ भाव से प्रेषित है। इसमें राजनीति या कोई और अर्थ मत तलाशिएगा। मालूम हो कि पत्र लिखने से पहले मेंदोला ने ट्विटर पर सिंधिया और नाथ के वीडियो पोस्ट कर लिखा था कि सिंधिया और कितना अपमान सहेंगे?
मुख्यमंत्री कमल नाथ और सिंधिया के बीच विवाद की वजह वचन पत्र के वचन पूरा नहीं करना है। सिंधिया ने कहा था कि कांग्रेस के वचन पत्र का एक भी वचन पूरा नहीं हुआ तो वे खुद सरकार के खिलाफ सडक़ पर उतरेंगे, क्योंकि मैं जनसेवक हूं और जनता के मु²ों के लिए लडऩा मेरा धर्म है। मैंने पहले भी कहा है कि सब्र रखना है, क्योंकि अभी एक साल हमें प्रदेश की सत्ता में हुआ है।
लोगों से किए गए हर वचन को पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है और इसे पूरा करना होगा। वचन पूरे न होने की स्थिति में हम बिल्कुल सडक़ पर उतरेंगे। इस पर मुख्यमंत्री नाथ ने उन्हें सडक़ पर उतरने की चुनौती दी। साथ ही इंदौर प्रवास पर आए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी मीडिया से चर्चा के दौरान सिंधिया की चुटकी लेते हुए उनके साथ सडक़ पर आने की बात कही थी। इसके बाद से कांग्रेस की राजनीति में हलचल मची हुई है।