कर्मचारियों को नियमित करने के नाम पर किया खेल

नियमों के खिलाफ नियुक्ति होने कई कर्मचारी नाराज

<p>कर्मचारियों को नियमित करने के नाम पर किया खेल</p>
इंदौर. नगर निगम में विनियमित कर्मचारियों को नियमित करने के नाम पर बड़ा खेल कर दिया है। नियमों की अनदेखी करते हुए १० कर्मचारियों को नियमित कर दिया है। वहीं, इन कर्मचारियों को जिस तरह से नियमों के खिलाफ जाकर नियमित किया गया है। उसको लेकर अन्य कर्मचारी नाराज हैं।
जिला शहरी विकास अभिकरण में स्वयं सहायता संगठक का काम करने वाली विनियमित महिला कर्मचारियों की सेवा नगर निगम को लगभग 6 साल पहले सौंप दी थी। तब से ये कर्मचारी निगम के गरीबी उन्मूलन विभाग के अधिन काम कर रहे थे। इनमें से 10 कर्मचारियों को विनियमित करने के लिए बीते साल जुलाई माह में आदेश जारी किए थे। लेकिन इन 10 कर्मचारियों की ज्वाइनिंग बतौर नियमित कर्मचारी नहीं हो पाई थी। नियमों के मुताबिक यदि कोई कर्मचारी अपनी नियुुुक्ति के 90 दिनों में नौकरी पर ज्वाइनिंग नहीं देता है, तो उसकी नौकरी का अवसर स्वत: समाप्त मान लिया जाता है। इन 10 कर्मचारियों को निगम स्थापना विभाग के अधिकारियों ने बीते माह चुपचाप जुलाई के आदेश पर ही ज्वाइनिंग दे दी। नियमों के मुताबिक 90 दिनों का समय बीतने के बाद निगम को इनकी नियुक्ति के संबंध में नए आदेश जारी किए जाने थे।
जांच के नाम पर
रोकी थीं नियुक्तियां
जिस समय ये नियुक्तियां की गई थीं, उस समय इसको लेकर कई आपत्तियां निगम को मिली थी। इसके चलते जांच भी की थी। हालांकि बगैर किसी लिखित आदेश के तब तक ज्वाइनिंग रोक दी गई थी।
बगैर दावे-आपत्ति ही कर दिया विनियमित
१० कर्मचारियो को विनियमित से नियमित किए जाने के खिलाफ कुछ अन्य कर्मचारियों ने आपत्ति भी ली थी। नियमों के हिसाब से नगरीय प्रशासन विभाग के आदेश के परिपेक्ष में यदि किसी भी कर्मचारी को नियमित करना भी था, तो उसकी सूचना जारी करते हुए इस पर दावे-आपत्ति बुलाए जाने थे। चूंकि नगर निगम कर्मचारियों को मस्टर कर्मचारी से विनियमित कर्मचारी बनाने के समय भी सूची जारी करते हुए दावे-आपत्ति बुलाता है, तो इसमें क्यों नहीं बुलाई गई?

गड़बड़ी होगी तो करेंगे कार्रवाई
नगरीय प्रशासन विभाग के आदेश के चलते ही १० कर्मचारियों को विनियमित से नियमित किया गया है। इसमें सभी प्रक्रिया का पालन किया गया है। हम इसकी जांच करवा लेंगे, यदि कोई गड़बड़ी होगी तो कार्रवाई की जाएगी।
-देवेंद्रसिंह, अपर आयुक्त
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