फॉर्मा उद्योग का उत्पादन भी प्रभावित
ड्रग मैनुफैक्चर एसोसिएशन के जेपी मूलचंदानी का कहना है इंदौर और पीथमपुर में दवाएं बनाने वाली कई बड़ी और छोटी कंपनियां हैं। 10 अधिक कंपनियां इन्जेक्शन का भी उत्पादन करती हैं। कच्चा माल नहीं आने और ऑक्सीजन सप्लाय नहीं होने से इनका उत्पादन भी प्रभावित हो रहा है। दवा बनाने का कई माल विदेशों से भी आता है, कोरोना के चलते आयात प्रभावित है।
महाराष्ट्र, गुजरात सहित अन्य प्रदेशों से नहीं आ रहा कच्चा माल
उद्योगपति तरुण व्यास का कहना है इंदौर और पीथमपुर के कई उद्योगों में कच्चे माल की सप्लाय महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, दिल्ली सहित अन्य राज्यों से होती है। अधिकांश प्रदेशों में कोरोना संक्रमण के चलते ट्रांसपोटेशन बंद है, इसके कारण कच्चा माल नहीं आ रहा है जिससे उत्पादन प्रभावित है। प्लास्टिक इंडस्ट्री काफी हद तक महाराष्ट्र और गुजरात के कच्चे माल पर निर्भर है।
मेंटेनेंस के उपकरणों की दुकाने बंद
एआइएमपी के उपाध्यक्ष योगेश मेहता का कहना है जिला प्रशासन ने सांवेर रोड, पोलोग्राउंड, पालदा, रामबलि नगर सहित लगभग सभी औद्योगिक क्षेत्रों की फैक्ट्रियों को चलाने की अनुमति दी है, लेकिन उद्योगों की मशीनों के मेंटेनेंस से जुड़े उपकरणों और पुर्जों की दुकाने बंद हैं। यह नहीं मिनले से कई बार मशीनें बंद हो जाती हैं और उद्योगपति को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकांश फैक्ट्रियों से नियमित रूप से इन कलपुर्जों की जरूरत होती है, बाजार बंद होने से परेशानी आ रही है और उत्पादन गिरा हुआ है।
ड्रग मैनुफैक्चर एसोसिएशन के जेपी मूलचंदानी का कहना है इंदौर और पीथमपुर में दवाएं बनाने वाली कई बड़ी और छोटी कंपनियां हैं। 10 अधिक कंपनियां इन्जेक्शन का भी उत्पादन करती हैं। कच्चा माल नहीं आने और ऑक्सीजन सप्लाय नहीं होने से इनका उत्पादन भी प्रभावित हो रहा है। दवा बनाने का कई माल विदेशों से भी आता है, कोरोना के चलते आयात प्रभावित है।
महाराष्ट्र, गुजरात सहित अन्य प्रदेशों से नहीं आ रहा कच्चा माल
उद्योगपति तरुण व्यास का कहना है इंदौर और पीथमपुर के कई उद्योगों में कच्चे माल की सप्लाय महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, दिल्ली सहित अन्य राज्यों से होती है। अधिकांश प्रदेशों में कोरोना संक्रमण के चलते ट्रांसपोटेशन बंद है, इसके कारण कच्चा माल नहीं आ रहा है जिससे उत्पादन प्रभावित है। प्लास्टिक इंडस्ट्री काफी हद तक महाराष्ट्र और गुजरात के कच्चे माल पर निर्भर है।
मेंटेनेंस के उपकरणों की दुकाने बंद
एआइएमपी के उपाध्यक्ष योगेश मेहता का कहना है जिला प्रशासन ने सांवेर रोड, पोलोग्राउंड, पालदा, रामबलि नगर सहित लगभग सभी औद्योगिक क्षेत्रों की फैक्ट्रियों को चलाने की अनुमति दी है, लेकिन उद्योगों की मशीनों के मेंटेनेंस से जुड़े उपकरणों और पुर्जों की दुकाने बंद हैं। यह नहीं मिनले से कई बार मशीनें बंद हो जाती हैं और उद्योगपति को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकांश फैक्ट्रियों से नियमित रूप से इन कलपुर्जों की जरूरत होती है, बाजार बंद होने से परेशानी आ रही है और उत्पादन गिरा हुआ है।