उद्योगों में गिरा 25 फीसदी उत्पादन

कच्चे माल की कमी और मेंटेनेंस से जुड़े उपकरणों का अभाव

<p>उद्योगों में गिरा 25 फीसदी उत्पादन</p>
इंदौर. कोरोना वायरस संक्रमण के चलते उद्योगों से होने वाले उत्पादन में महज सात दिनों में २५ फीसदी तक की कमी आ गई है। भले ही अर्थ व्यवस्था पर बुरा असर न हो इसलिए प्रदेश सरकार ने उद्योगों के संचालन को कोरोना कफ्र्यू से छूट दे रखी है, लेकिन अन्य क्षेत्रों में बंदिशों का असर उद्योगों पर दिखाई दे रहा है।
मध्यप्रदेश सहित अन्य प्रदेशों से आने वाले कच्चे माल की कमी, उद्योग चलाने के दौरान मैनटेनेंस से जुड़े उपकरणों के नहीं मिलने के साथ ही संक्रमण के चलते अभी से मजदूरों की कमी भी उत्पादन कम होने की मुख्य वजह बताई जा रही है। अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी के चलते पिछले करीब ८ दिनों से उद्योगों में ऑक्सीजन का सप्लाय रोक दिया गया है। इसकी वजह से भी कुछ सेक्टर प्रभावित हुए हैं। उद्योगपतियों का कहना है यही हालत रहे तो मई के पहले सप्ताह तक उत्पादन घटकर 50 फीसदी ही रह जाएगा।
रोलिंग मिल एसोसिएशन के सतीश मित्तल का कहना लोहे से जुड़़ी वस्तुएं बनाने वाली रोलिंग मिलों में मेडिकल ऑक्सीजन की सबसे अधिक जरूरत होती है। उद्योगों के लिए सप्लाय बंद होने से शुरू में कुछ दिन काम चला लेकिन अब अधिकांश रोलिंग मिल लगभग बंद हैं।
मजदूरों का हो रहा आंशिक पलायन
एआईएमपी के अध्यक्ष प्रमोद डफरिया का कहना है, कोरोना के इंदौर मेें तेजी से फैलने से मजदूरों और कर्मचारियों में भय जरूर है। मजदूरों का कुछ औद्योगिक क्षेत्रों में आंशिक पलाय हो रहा है। नवरात्र की पूजा सहित अन्य कारण बताकर मजदूर अन्य प्रदेशों स्थित अपने घर जा रहे हैं।
फॉर्मा उद्योग का उत्पादन भी प्रभावित
ड्रग मैनुफैक्चर एसोसिएशन के जेपी मूलचंदानी का कहना है इंदौर और पीथमपुर में दवाएं बनाने वाली कई बड़ी और छोटी कंपनियां हैं। 10 अधिक कंपनियां इन्जेक्शन का भी उत्पादन करती हैं। कच्चा माल नहीं आने और ऑक्सीजन सप्लाय नहीं होने से इनका उत्पादन भी प्रभावित हो रहा है। दवा बनाने का कई माल विदेशों से भी आता है, कोरोना के चलते आयात प्रभावित है।
महाराष्ट्र, गुजरात सहित अन्य प्रदेशों से नहीं आ रहा कच्चा माल
उद्योगपति तरुण व्यास का कहना है इंदौर और पीथमपुर के कई उद्योगों में कच्चे माल की सप्लाय महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, दिल्ली सहित अन्य राज्यों से होती है। अधिकांश प्रदेशों में कोरोना संक्रमण के चलते ट्रांसपोटेशन बंद है, इसके कारण कच्चा माल नहीं आ रहा है जिससे उत्पादन प्रभावित है। प्लास्टिक इंडस्ट्री काफी हद तक महाराष्ट्र और गुजरात के कच्चे माल पर निर्भर है।
मेंटेनेंस के उपकरणों की दुकाने बंद
एआइएमपी के उपाध्यक्ष योगेश मेहता का कहना है जिला प्रशासन ने सांवेर रोड, पोलोग्राउंड, पालदा, रामबलि नगर सहित लगभग सभी औद्योगिक क्षेत्रों की फैक्ट्रियों को चलाने की अनुमति दी है, लेकिन उद्योगों की मशीनों के मेंटेनेंस से जुड़े उपकरणों और पुर्जों की दुकाने बंद हैं। यह नहीं मिनले से कई बार मशीनें बंद हो जाती हैं और उद्योगपति को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकांश फैक्ट्रियों से नियमित रूप से इन कलपुर्जों की जरूरत होती है, बाजार बंद होने से परेशानी आ रही है और उत्पादन गिरा हुआ है।
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