आईसीएमआर पर सवाल
स्वास्थ्य मंत्री ने आईसीएमआर पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि आईसीएमआर ने अपनी गाइडलाइन्स कितनी बार बदली हैं, हमें इस पर भी सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि ‘हमने एक हजार वेंटिलेटर मांगे थे लेकिन आपने हमे सिर्फ 50 दिए। हमारी मशीन को आईसीएमआर ने पीएम के आदेश पर कोलकाता भेज दिया। मशीन हमने ऑर्डर किए थे लेकिन आपने उसे कोलकाता डायवर्ट कर दिया।Ó
दूसरे राज्यों की हालत खराब
उन्होंने कहा कि कोविड -19 ने गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और अन्य भाजपा शासित राज्यों में भी उग्र रूप धारण किया और राष्ट्रीय दल के नेताओं को तेलंगाना की कोविड -19 स्थिति पर प्रतिक्रिया देने व आलोचना करने के लिए इतना उतावलापन नहीं दिखाना चाहिए। गौरतलब है कि भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा ने तेलंगाना में कोविड -19 महामारी के इलाज पर अपनी प्रतिक्रिया में तेलंगाना सरकार पर स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का आरोप लगाया था।
नड्डा का बयान टकराव वाला
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “सीएम केसीआर देश के उन कुछ नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने लॉकडाउन के समय मोदी के आह्वान को स्वीकार किया था।” प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसों के दौरान भी, मुख्यमंत्री केसीआर एकता के लिए अकेली आवाज थे। “हमने हमेशा पीएम को आश्वासन दिया कि हम साथ काम करेंगे और कोविड -19 महामारी से विजयी होंगे।”उन्होंने कहा, “जब मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध हैं और यहां तक कि केंद्र की टीमों ने कोविड -19 का प्रसार रोकने के लिए तेलंगाना की सराहना की है, तो इस तरह की गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी अनावश्यक घर्षण पैदा करने का प्रयास है।”