नेल्लोर: आंध्र प्रदेश पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। अवैध हथियार रखने की सूचना पर छापेमारी करने गई पुलिस ने करोड़ की संपत्ति का भी खुलासा किया है। इसी के साथ पेटियों में छिपाकर रखे गए कीमती आभूषण व हथियार बरामद किए है। जब्त किए गए आभूषणों की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है।
यह भी पढ़ें: Jammu-Kashmir: चार शीर्ष आतंकवादी कमांडर ढेर, 16 युवाओं की घर वापसी
मिली जानकारी के अनुसार अनंतपुर में एक घर में छापेमारी के दौरान पुलिस को यह सब हाथ लगा। ओएसडी रामकृष्णा प्रसाद ने बताया कि पुलिस को बुक्करायसमुद्रम के एससी कॉलोनी निवासी बालप्पा के मकान में हथियार छिपाकर रखने की सूचना प्राप्त हुई थी। इस पर कार्रवाई करते हुए अनंतपुर के डीएसपी वीर राघव रेड्डी के नेतृत्व में पुलिस वहां पहुंची। मंगलवार शाम से बुधवार शाम तक घर का कोना कोना खंगाला गया। तलाशी के दौरान बड़े पैमाने में रकम, सोना, चांदी के आभूषण और डिपाजिट दस्तावेज पाए गए। पुलिस की जांच और पूछताछ में पता चला कि यह सब संपत्ति स्थानीय कार्यालय में कार्यरत लेखाकार गाजुला मनोज कुमार की है।
यह भी पढ़ें: Disha Salian Death Case: मरने से ठीक पहले Disha Salian ने इस शख्स से की थी 45 मिनट तक बात, हुआ था इन बातों का जिक्र
पेटियों में से निकला खजाना!...
छापे के दौरान पुलिस ने बालप्पा के मकान में आठ पेटियों को बरामद किया हैं। इनमें 2.42 किलो वजनी 54 सोने के आभूषण, 74.10 किलो वजनी 280 चांदी के आभूषण, 49.10 लाख के फिक्सड डिपाजिट दस्तावेज तथा 27.05 मूल्य के प्रामसरी दस्तावेज पाए गए। इसके अलावा तीन फर्जी पिस्तोल, 18 राउंड कारतूस, एक एयर गन भी जब्त किया है। आठ पेटियों से कुल तीन करोड़ से अधिक की संपत्ति मिलने की बात कही जा रही है।
यह भी पढ़ें: Sushant Singh Rajput Suicide की जांच में CBI ने बनाई तीन टीम, क्राइम सीन को फिर से करेगी रिक्रिएट
यह भी हुआ बरामद...
इसके साथ ही पुलिस ने मनोज कुमार के फार्म की तलाशी ली। फार्म हाउस में दो महिंद्रा एक्सयूवी टॉप मॉडल कारें, एक हार्डी डेविडसन मोटर वाहन, तीन एनफील्ड दोपहिया वाहन, दो करिश्मा दोपहिया वाहन, एक होंडा एक्टिवा और चार ट्रैक्टर जब्त किए गए। मनोज कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है। डीजीपी गौतम सवांग को इस घटना के बार में अवगत कराया गया है। उन्होंने बताया कि मनोज कुमार की संपत्ति की एसीबी अधिकारियों के भी जांच करने की संभावना है।
यह भी पढ़ें: Yes Bank Fraud Case : ED के लगाई Chargesheet दाखिल करने में देरी, वधावन बंधुओं को जमानत मिली
यूं किया घपला...
ओएडी ने आगे बताया कि गाजुला मनोज के पिता जी. सूर्यप्रकाश पुलिस विभाग में कार्यरत थे। इसी दौरान अस्वस्थता के चलते उनकी मौत हो गई। साल 2005 में पिता की जगह मनोज कुमार को नौकरी दी गई। उसे ट्रेजरी कार्यालय में सीनियर असिस्टेंट के रूप में नियुक्त किया गया। मनोज को बुक्करायसमुद्रम में फार्म हाउस है। फार्म हाउस में एससी कॉलोनी निवासी नागलिंग काम करता था। मनोज ने उसकी विश्वासनीयता देखकर अपना कार चालक नियुक्त कर लिया। सात साल से रामलिंग लेखाकार मनोज का ड्राइवर है। इस तरह मनोज के भ्रष्टाचार संपत्ति को नागलिंग अपने मामा बालप्पा के मकान में छिपाकर रखने लगा। ताकि तलाशी लेने पर भी भ्रष्टाचार की संपत्त मनोज की मकान में नहीं मिल सके।
ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...