क्या होता है अल्जाइमर ( What is Alzheimer )
अल्जाइमर एक प्रकार की दिमागी बीमारी है, जिसे हम आम भाषा में भूलने की बीमारी कह सकते हैं। मस्तिष्क में प्रोटीन की संरचना में गड़बड़ी होने के कारण इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है इसमें आपको कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
अल्जाइमर के बारे में जानें, क्या हैं लक्षण और कारण
इसमें आप वो चीजें कर जाते हैं जो शायद आप करना भी नहीं चाहते हैं। डॉक्टरों के अनुसार, ये बीमारी अक्सर 60 से ज्यादा की उम्र के लोगों को होती है। क्योंकि, मस्तिष्क की कोशकाएं सिकुड़ जाती हैं जिस वजह से न्यूरॉन्स के अंदर कुछ केमिक्लस कम होने लगते हैं वहीं कुछ ज्यादा हो जाता है।
शरीर देता है संकेत ( Alzheimer Symptoms )
विशेषज्ञों के मुताबिक, अल्जाइमर को लेकर हमारा शरीर पहले कई तरह के संकेत देता हैं। उदाहरण के तौर पर आपने 10 मिनट पर पहले अगर कोई काम किया है, अगर वह आपको याद नहीं रह रहा, या फिर आप यह सोचते रहे कि आपने काम किया था या नहीं, तो हो सकता है कि आपको अल्जाइमर हो। हालांकि, यह एक तरह से लाइलाज बीमारी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 50 लाख से भी ज़्यादा लोग मानसिक बीमारी का सामना कर रहे हैं, जिसमें से 80 प्रतिशत लोगों को अल्जाइमर है। डॉक्टरों का कहना है कि 2030 में यह संख्या दोगुनी हो सकती है।
अल्जाइमर के लक्षण
शुरुआत में इस बीमारी के कई लक्षण सामने आते हैं, जो कि आप व्यक्ति के रोज़ के व्यवहार से पता लगा सकते हैं। न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट, मैक्स हॉस्पिटल, नई दिल्ली के डायरेक्टर और हेड जे.डी. मुखर्जी के अनुसार, याददाश्त का कमजोर होना, समय और जगह से भटकाव होना, एक ही सवाल को बार-बार पूछना, आसान गिनती न कर पाना, रिश्तेदारों के नाम भूलना और स्वभाव में बदलाव आना ये सभी अल्जाइमर होने के संकेत हैं।
अल्जाइमर का बचाव ( Alzheimer Prevention )
जैसा कि इस बीमारी का अभी तक कोई पुख्ता इलाज नहीं है। लेकिन, डॉक्टरों का मानना हैं कि कोशिकाओं में केमिकल्स की मात्रा को संतुलित करने के लिए दवाओं का प्रयोग किया जाता है। दवाओं के सेवन से रोगियों की याददाश्त और उनकी सूझबूझ में सुधार हो सकता है। दवाएं जितनी जल्दी शुरू की जाएं उतना ही फायदेमंद होता है। दवाओं के साथ-साथ रोगियों और उनके परिजनों को काउंसलिंग की भी जरूरत होती है।