शनि या मंगल को करें हनुमानजी का यह उपाय, तुरंत पूरी होगी हर इच्छा महिलाओं में होने वाली इस बीमारी की वजह चुटकी बजाते हो सकती है दूर, करें ये उपाय डांस-कार्डियो
जिमिंग- डांस का कॉम्बिनेशन गल्र्स और ब्वॉयज दोनों को अट्रैक्ट कर रहा है। इसमें बैले, हिप-हॉप, वेस्टर्न, जैज, मिक्स, डिस्को, फ्रीस्टाइल जैसे डांस फॉर्म के साथ स्ट्रेचिंग, पुशअप, स्क्वैट जैसे कार्डियो वर्कआउट किए जाते हैं। इस दौरान होने वाले बॉडी मूवमेंट से वजन नियंत्रित रहता है । इस दौरान जो पसीना निकलता है उससे शरीर में नमी बनी रहती है।
जिमिंग- डांस का कॉम्बिनेशन गल्र्स और ब्वॉयज दोनों को अट्रैक्ट कर रहा है। इसमें बैले, हिप-हॉप, वेस्टर्न, जैज, मिक्स, डिस्को, फ्रीस्टाइल जैसे डांस फॉर्म के साथ स्ट्रेचिंग, पुशअप, स्क्वैट जैसे कार्डियो वर्कआउट किए जाते हैं। इस दौरान होने वाले बॉडी मूवमेंट से वजन नियंत्रित रहता है । इस दौरान जो पसीना निकलता है उससे शरीर में नमी बनी रहती है।
आउटडोर वर्कआउट
इन दिनों जिम में जाकर वर्कआउट करने की बजाय युवा और बुजुर्ग पार्क आदि में लगे वर्कआउट उपकरणों के जरिए सेहत बना रहे हैं। इसका कारण बॉडी को अंदरूनी रूप से फिट बनाने के साथ बाहरी तौर पर वातावरण में मौजूद शुद्ध हवा लेना है। इसमें वेट लिफ्टिंग, जंपिंग, स्कीपिंग और हैंगिंग जैसी शारीरिक गतिविधियों के अलावा रनिंग और जॉगिंग एकसाथ करना शामिल है।
इन दिनों जिम में जाकर वर्कआउट करने की बजाय युवा और बुजुर्ग पार्क आदि में लगे वर्कआउट उपकरणों के जरिए सेहत बना रहे हैं। इसका कारण बॉडी को अंदरूनी रूप से फिट बनाने के साथ बाहरी तौर पर वातावरण में मौजूद शुद्ध हवा लेना है। इसमें वेट लिफ्टिंग, जंपिंग, स्कीपिंग और हैंगिंग जैसी शारीरिक गतिविधियों के अलावा रनिंग और जॉगिंग एकसाथ करना शामिल है।
वाटर एरोबिक्स
इस वर्कआउट के तहत सबसे ज्यादा पूल बाइकिंग की जाती है। वैसे तो इसे गर्मियों के मौसम में ज्यादा अपनाया जाता है। लेकिन सर्दियों में भी गुनगुने पानी वाले पूल में बाइकिंग करना आजकल ट्रेंड बनता जा रहा है। कार्डियोवेस्कुलर सेहत को सही रखने के लिए यह अच्छा विकल्प है। एक व्यक्तिप्रत्येक घंटे में इस वर्कआउट से लगभग ८०० कैलोरी बर्न कर सकता है। साथ ही कमर तक के पानी में रहकर एरोबिक वर्कआउट भी कर सकते हैं।
इस वर्कआउट के तहत सबसे ज्यादा पूल बाइकिंग की जाती है। वैसे तो इसे गर्मियों के मौसम में ज्यादा अपनाया जाता है। लेकिन सर्दियों में भी गुनगुने पानी वाले पूल में बाइकिंग करना आजकल ट्रेंड बनता जा रहा है। कार्डियोवेस्कुलर सेहत को सही रखने के लिए यह अच्छा विकल्प है। एक व्यक्तिप्रत्येक घंटे में इस वर्कआउट से लगभग ८०० कैलोरी बर्न कर सकता है। साथ ही कमर तक के पानी में रहकर एरोबिक वर्कआउट भी कर सकते हैं।
वियरेबल फिटनेस ट्रेकर
वर्कआउट के दौरान यदि आप कोई फिटनेस ट्रेनर नहीं चाहते हैं तो वियरेबल फिटनेस अच्छा विकल्प है। इस ट्रेंड को इन दिनों खासतौर पर युवा फॉलो कर रहे हैं। वे वर्कआउट के दौरान कई तरह के फिटनेस ट्रेकर का प्रयोग करते हैं जो अलर्ट देकर बताते हैं कि आपको कितनी देर और कितना वर्कआउट करना है। इनसे आप अपने शरीर की संरचना व जरूरत के हिसाब से जान सकते हैं कि कौनसी फिजिकल एक्टिविटी करें व कौनसी नहीं।
वर्कआउट के दौरान यदि आप कोई फिटनेस ट्रेनर नहीं चाहते हैं तो वियरेबल फिटनेस अच्छा विकल्प है। इस ट्रेंड को इन दिनों खासतौर पर युवा फॉलो कर रहे हैं। वे वर्कआउट के दौरान कई तरह के फिटनेस ट्रेकर का प्रयोग करते हैं जो अलर्ट देकर बताते हैं कि आपको कितनी देर और कितना वर्कआउट करना है। इनसे आप अपने शरीर की संरचना व जरूरत के हिसाब से जान सकते हैं कि कौनसी फिजिकल एक्टिविटी करें व कौनसी नहीं।