80 करोड़ का बिजली बिल देख हो गई बुजुर्ग की तबीयत खराब, अस्पताल में कराना पड़ा भर्ती

महाराष्ट्र में एक बुजुर्ग के पास करीब 80 करोड़ रुपए का बिजली का बिल आया है। बिजली के बिल में इतने रुपए देखकर बुजुर्ग की हालत खराब हो गई। उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया।

<p>electricity bill</p>

नई दिल्ली। अक्सर देखा जाता है कि टेक्निकल प्रॉब्लम या कुछ मिस्टेक के कारण लाइट का बिल बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। वही प्रिंट होकर ग्राहक के पास पहुंच जाता है। इस प्रकार की खबरें आपने कई बार पढ़ी होगी। लेकिन महाराष्ट्र में हाल ही में एक अनोखा मामला आया है। यहां पर एक बुजुर्ग के पास करीब 80 करोड़ रुपए का बिजली का बिल आया है। बिजली के बिल में इतने रुपए देखकर बुजुर्ग की हालत खराब हो गई। तबीयत को बिगड़ती देख कर उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि बाद में कंपनी अपनी गलती स्वीकार कर ली।

80 करोड रुपए के करीब आया बिजली का बिल
यह अनोखा मामला महाराष्ट्र के नालासोपारा इलाके का बताया जा रहा है। यहां पर एक बुजुर्ग के पास करीब 80 करोड़ रुपये का बिजली का बिल आया है। इस बिल को देखने के बाद 80 वर्षीय गणपत नाइक की तबीयत बिगड़ गई। हाई बीपी की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। दरअसल, नालासोपारा इलाके के निर्मल गांव में राइस दिल के मरीज हैं और बिल देखकर उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया। बाद में उन्हें मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाना पड़ा।

इतनी ज्यादा रकम देखकर चौंक गए
गणपत नाइक के पोते नीरज ने कहा कि दादाजी काम कर रहे थे, जब उन्हें बिजली का बिल मिला। बिजली के बिल में इतनी मोटी रकम देखकर वे चौंक गए। नीरज ने बताया कि सबसे पहले मुझे लगा कि हमें पूरे जिले का बिल भेज दिया है। हमने दोबारा जांच की और यह केवल हमारा बिल था। हम डर गए क्योंकि बिजली बोर्ड ने लॉकडाउन अवधि का सभी से बकाया वसूलना शुरू कर दिया है।

 

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कंपनी ने स्वीकार की अपनी गलती
वहीं महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (MSEDCL) ने कहा कि यह एक अनजानी त्रुटि थी। अब बिल को सही कर दिया गया है। MSEDCL ने साफ किया कि गलती मीटर रीडिंग लेने वाली एजेंसी की है। कंपनी का कहना है कि एजेंसी ने छह अंकों के बजाय नौ अंकों का बिल बनाया दिया था। उन्होंने कहा कि गलती को ठीक कर नया बिल जारी कर दिया गया है।

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