कई देशों की सरकारों ने समलैंगिक रिश्तों को स्वीकृति दे रखी है इसके बावजूद समाज में समलैंगिकों को शर्म का विषय माना जाता है और लोग उनसे दूरी बनाकर चलने में ही भलाई समझते हैं। साथ ही अगर किसी के घर में कोई सदस्य गे होता है तो उसके परिवार वाले कोशिश करते हैं कि ये बात बाहर ना निकल सके क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे समाज में उनकी बेइज़्ज़ती हो जाएगी।
ठीक ऐसा ही मामला मैनचेस्टर से सामने आया है जहां पर एक सिख गे युवक से उसकी शादी के दिन ऐसा काम करने को बोला गया जो बेहद अमानवीय था। दरअसल 29 साल के रॉय सिंह को उनके मंगेतर के परिवार वालों ने लड़की बनने का फरमान सुनाया था। दरअसल रॉय सिंह के ससुराल वाले ये नहीं चाहते थे कि शादी में आने वाले लोगों को पता चले कि उनका बेटा गे है इसलिए उन्होंने रॉय सिंह को लड़कियों की तरह विग लगाने के लिए कहा और उन्हें किसी दुल्हन की तरह सजने को कहा जिससे लोगों को लगे कि उनके बेटे की शादी किसी लड़की से ही हुई है।
रॉय सिंह ने खुलासा किया है कि 450 मेहमानों के विशाल समारोह में जाने से पहले वो डर की वजह से लगभग बेहोश हो गए थे। अगले दिन रॉय से कहा गया कि आज से उनका नाम लकी होगा और उन्हें हमेशा लड़कियों की तरह ही कपड़े पहनने पड़ेंगे। रॉय ने बताया कि अगले दिन से मुझे घर में बहू कहकर बुलाया जाने लगा और मुझे हर वक्त लड़कियों की तरह तैयार रहने के लिए कहा गया।
बता दें कि रॉय सिंह को शादी के बाद 18 घंटे तक काम करवाया जाता था साथ ही उन्हें हर रोज़ बस एक कटोरा वीटबिक्स और स्मूदी पीने की इजाज़त थी जिससे उनका वज़न कम रह सके और वो किसी लड़की की तरह लग सकें। आपको बता दें कि सिंह ने 9 महीने तक इन यातनाओं को झेलने के बाद इन सब चीज़ों से निकलने का फैसला लिया इसके बाद उन्हें पता चला कि अब उनका पति दूसरी लड़की से शादी करने जा रहा है। इसके बाद सिंह ने खुद को मारने की कोशिश की और एक नदी में कूद गए लेकिन उन्हें बचा लिया गया और अब वो एक सामान्य इंसान की तरह ज़िंदगी जी रहे हैं।