बताया जाता है कि डोरिस क्रिप्पन (Doris Crippen) अपनी छोटी बहन बेव बोरो (Bev Boro) से 50 साल बाद मिली। बेव बोरो फ्रेमोंट में मेथोडिस्ट हेल्थ के डंकलाऊ गार्डन में काम करती हैं। डोरिस का हाथ टूटने की वजह से उन्हें इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोरोना महामरी के चलते उन्हें स्पेशल वार्ड में रखा गया। उस दौरान जब छोटी बहन ने वार्ड के बाहर मरीज की लिस्ट में अपनी बहन का नाम देखा तो वह हैरत में पड़ गईं। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि साल 1967 में जब उनके पिता उन्हें अकेला छोड़कर चले गए थे। तब वह भी चली गई थीं। तक उसकी उम्र महज 6 महीने थी।
वहीं बड़ी बहन क्रिपेन का कहना है कि जब उनकी बहन घर से गई थी तब वह काफी छोटी थी। उन्होंने सोचा नहीं था कि वो दोबारा कभी अपनी बहन से मिल पाएंगी। मगर अस्पताल में उससे हुई मुलाकात से वह काफी खुश हैं। उन्हें लग रहा है कि अस्पताल में भर्ती होना उनके लिए एक वरदान की तरह साबित हुआ। चूंकि क्रिटेन ठीक से सुन नहीं पाती है इसकी वजह से उनकी बहन बोरो ने व्हाइट बोर्ड के जरिए उनसे बातचीत की। उन्होंने अपनी बहन से पिता का नाम पूछा। जब उन्होंने बताया कि वेंडल हफमैन उनके पिता है तो ये बात सुनकर उनकी खुशी का ठिकाना न रहा। दोनों ने एक—दूसरे को गले लगाकर बधाई दी। क्रिटेन का कहना है कि जब वो एक—दूसरे से अलग हुई थीं तब बोरा महज 6 महीने की थी।