दूरदर्शन के साथ हुई भारत में टीवी के दौर की शुरुआत भारत में टीवी के दौर की शुरुआत दूरदर्शन (Doordarshan) के साथ ही हुई थी। यह 15 सितम्बर 1959 को दिल्ली में एक छोटे ट्रांसमीटर और मेकशिफ्ट स्टूडियो में हुई। भारत सरकार ने दूरदर्शन की शुरुआत की थी। इसके बाद 1965 से ऑल इंडिया रेडियो के साथ दूरदर्शन का रोज़ का ट्रांसमिशन शुरू हुआ। इसपर प्रतिमा पुरी 5 मिनट का न्यूज़ बुलेटिन पढ़ती थी। इसके बाद 1967 में 26 जनवरी से दूरदर्शन पर कृषि दर्शन की शुरुआत हुई जो अभी भी चल रहा है और भारत का सबसे लंबा चलने वाला टीवी प्रोग्राम है।
1972 में टीवी सर्विस दिल्ली से मुंबई और अमृतसर भी पहुंची। 1975 तक भारत के 7 शहरों में टीवी सर्विस शुरू हो गई थी और दूरदर्शन देश का एकमात्र टीवी सर्विस प्रोवाइडर था। 1976 में दूरदर्शन को इंडिया रेडियो से अलग किया गया।
1972 में टीवी सर्विस दिल्ली से मुंबई और अमृतसर भी पहुंची। 1975 तक भारत के 7 शहरों में टीवी सर्विस शुरू हो गई थी और दूरदर्शन देश का एकमात्र टीवी सर्विस प्रोवाइडर था। 1976 में दूरदर्शन को इंडिया रेडियो से अलग किया गया।
राष्ट्रीय प्रसारण 1982 में दूरदर्शन ने अपने चैनल डीडी नेशनल की शुरुआत की और इसके साथ ही दूरदर्शन का राष्ट्रीय प्रसारण भी शुरू हुआ। इसी साल 15 अगस्त को प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस भाषण के साथ भारत में कलर टीवी की भी शुरुआत हुई।
यह भी पढ़े – केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का दावा, तीन-चार सालों में सबसे अधिक देखा जाएगा दूरदर्शन प्रसार भारती 23 नवंबर 1997 को प्रसार भारती (Prasar Bharati) की शुरुआत हुई, जिसका बिल भारतीय संसद में पास किया गया था। प्रसार भारती भारत की सबसे बड़ी पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग एजेंसी है। दूरदर्शन को प्रसार भारती में ही समाहित किया गया।
वर्तमान में दूरदर्शन वर्तमान समय में दूरदर्शन भारत के कोने-कोने में हैं। इसके देशभर में 46 स्टूडियो हैं। इसके अनेक राष्ट्रीय और क्षेत्रीय चैनल हैं। साथ ही डीडी इंडिया के सैटेलाइट चैनल अब तक 146 देशों में ब्रॉडकास्ट हो चुके हैं। दूरदर्शन का खुद की ओटीटी (OTT) प्लेटफॉर्म भी है। साथ ही डीडी का इंटरनेशनल चैनल भी जल्द ही लॉन्च होने वाला है।