क्या है सच? Patrika fact finder में जब हमने इस फोटो की छानबीन की तो पाया ये फोटो नकली है। इसे Photoshop की मदद से बनाया गया है। इसके साथ ही अगर आप तस्वीर को गौर से देखेगें तो पाएंगें कि तस्वीर में एक बॉक्स में हिंदी में ‘रत्नेश’ लिखा हुआ है। अमूल के किसी विज्ञापन(advertisement images) में इस तरह देवनागरी में नाम नहीं लिखा जाता है।
बता दें ये विज्ञापन पिछले साल भी वायरल हुआ था। जिसके बाद अमूल कस्टमर केयर ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से विज्ञापन का खंडन किया था।