पाकिस्तान की ओर हुई से फायरिंग में हुए शहीद 40 साल के सूबेदार राजेश कुमार होशियारपुर जिले के मुकेरियां के गांव कलीचपुर कलोता के रहने वाले थे। सुबह करीब साढे तीन बजे पाकिस्तानी सेना अंधाधुंध की गोलाबारी में सूबेदार राजेश गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्होंने मौके पर दम तोड़ दिया।
परिवार का हाल सूबेदार राजेश कुमार जम्मू – कश्मीर के राजौरी में तैनात 60 आरटी बटालियन में नियुक्त थे। राजेश कुमार की शहादत की खबर से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। लोगों ने कहा कि राजेश कुमार ने उनके गांव का नाम ऊंचा कर दिया किया है। राजेश कुमार के पिता रामचंद फौज से ही रिटार्यड हुए हैं। राजेश कुमार तीन बहनों के इकलौता भाई थे। राजेश के दो बच्चे एक बेटा व एक बेटी है। बेटी आठवीं की छात्रा है व बेटा पांचवीं में पढ़ता है।
गुरुवार को आएगा पार्थिव शरीर राजेश की बतौर सैनिक अपनी पहली पोस्टिंग उड़ी सेक्टर में 1997 में हुई थी। जम्मू – कश्मीर में राजेश कुमार की यह दूसरी बार पोस्टिंग थी। बलिदानी सूबेदार राजेश कुमार का पार्थिव शरीर कल गांव में लाया जाएगा। इसके बाद उनका पूरे सैन्य सम्मान से अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बुधवार को 60 एस.ए.टी.ए. रेजीमेंट के शहीद हुए सूबेदार राजेश कुमार के परिवार को 50 लाख रुपए एक्स ग्रेशिया और एक पारिवारिक मैंबर को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है। शहीद सैनिक को श्रद्धाँजलि भेंट करते और दुखी परिवार के साथ हमदर्दी ज़ाहिर करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबेदार राजेश कुमार एक निडर और बहादुर योद्धा था जिसका महान बलिदान और अपने फर्ज के प्रति समर्पण भावना के लिए देश सदा ऋणी रहेगा। शहीद का यह बलिदान आने वाली पीढ़ीयों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा।