कटाव को रोकने कोई ठोस योजना नहीं
नर्मदा-तवा नदी के तटों व इससे जुड़े गांवों की जमीनों के कटाव को रोकने के लिए प्रशासन ने अभी तक कोई ठोस योजना ही नहीं बनाई और न ही कटाव को भरकर मरम्मत तटबंध बने सके। शहर को बाढ़ से बचाने के लिए जो पुरानी पिचिंग है वह भी जर्जर हो रही है। इसमें भी कोई सुधार नहीं हुआ है। भीलपुरा, नौगजा, राजघाट की पिचिंग के पत्थर भी गायब हो चुके हैं। कटाव बढ़ रहा है।
इनका कहना है…
विभाग में सिर्फ तीन चिमनी के भट्टे ही पंजीकृत हैं। इसके अलावा जो भी भट्टे चल रहे वह अवैध हैं। तहसील कार्यालय से पत्र आया है। जल्द ही अवैध रूप से संचालित भट्टों पर कार्रवाई कर इन्हें बंद कराया जाएगा।
-शशांक शुक्ला, जिला खनिज अधिकारी
शहर के आसपास करीब 38 ईंट भट्टे अवैध रूप से संचालित पाए गए हैं। इनके संचालकों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं। खनिज विभाग को भी खनिज नियमों के तहत कार्रवाई करने पत्र भेजा गया है। कार्रवाई में राजस्व टीम भी खनिज अमले के साथ शामिल रहेगी।
-शैलेंद्र बड़ौनिया, तहसीलदार ग्रामीण होशंगाबाद