नए शावक और बाघ कैमरें में कैद
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बाघों की गणना के लिए कैमरे लगाए गए है। इन कैमरों में बाघों की कुछ नई तस्वीरें कैमरें में कैद हुई है। इनमें कुछ बाघ ऐसे है जिन्हे विभाग के आला अधिकारियोंं ने पहली बार देखा है। यह नए बाघ अब साल भ्ज्ञक्र से उपर के हो गए है। और जंगल में अपना इलाका बना रहे हैं।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बाघों की गणना के लिए कैमरे लगाए गए है। इन कैमरों में बाघों की कुछ नई तस्वीरें कैमरें में कैद हुई है। इनमें कुछ बाघ ऐसे है जिन्हे विभाग के आला अधिकारियोंं ने पहली बार देखा है। यह नए बाघ अब साल भ्ज्ञक्र से उपर के हो गए है। और जंगल में अपना इलाका बना रहे हैं।
स्थाई कर्मचारी कल्याण संघ ने उपसंचालक से की मांग
स्थाई कर्मचारी कल्याण संघ जिलाध्यक्ष सुधीर तिवारी ने कहा सतपुडा टाइगर रिजर्व उपसंचालक ने चौकीदार पर तेंदूए के हमले को अनुकंपा नियुक्ति की मांग की है। उन्होंने कहा कि 27 मई को स्थाई कर्मचारी कल्याण संघ का हमारा साथी धन्ना मसकोले उम्र टाइगर रिजर्व गेम रेंज मटकुली में कार्यरत था। ड्यूटी के दौरान तेंदुआ द्वारा उसको मार कर खा लिया गया है। कोविड-19 के तहत कर्मचारियों को लगभग 50 लाख का बीमा प्रदान किया जाता है। स्थाई कर्मचारियों को उसी तरह लगभग 10,00,000 की अनुदान राशि प्रदाय उनके परिवारों की जाए एवं शासन द्वारा नियत राशि तत्काल उनके परिवार को प्रदान कर दी जाए एवं उनके परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाए शेष राशि उनकी पत्नी के खाते में डाल दिया है। अगर उनके परिवार को अनुकंपा अनुदान राशि दी जाती है वह बहुत कम है राशि ना देकर उसके परिवार का पालन पोषण हेतु एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान कर दी जाए एवं डब्ल्यूडब्ल्यूएफ द्वारा कर्मचारियों को जो भी राशि प्रदान की जाती है वह भी कर्मचारी परिवार को दिया है एवं एनटीसीए द्वारा मृतक के परिवार को परिवार को दिया जाए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो स्थाई कर्मचारी कल्याण संघ आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
स्थाई कर्मचारी कल्याण संघ जिलाध्यक्ष सुधीर तिवारी ने कहा सतपुडा टाइगर रिजर्व उपसंचालक ने चौकीदार पर तेंदूए के हमले को अनुकंपा नियुक्ति की मांग की है। उन्होंने कहा कि 27 मई को स्थाई कर्मचारी कल्याण संघ का हमारा साथी धन्ना मसकोले उम्र टाइगर रिजर्व गेम रेंज मटकुली में कार्यरत था। ड्यूटी के दौरान तेंदुआ द्वारा उसको मार कर खा लिया गया है। कोविड-19 के तहत कर्मचारियों को लगभग 50 लाख का बीमा प्रदान किया जाता है। स्थाई कर्मचारियों को उसी तरह लगभग 10,00,000 की अनुदान राशि प्रदाय उनके परिवारों की जाए एवं शासन द्वारा नियत राशि तत्काल उनके परिवार को प्रदान कर दी जाए एवं उनके परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाए शेष राशि उनकी पत्नी के खाते में डाल दिया है। अगर उनके परिवार को अनुकंपा अनुदान राशि दी जाती है वह बहुत कम है राशि ना देकर उसके परिवार का पालन पोषण हेतु एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान कर दी जाए एवं डब्ल्यूडब्ल्यूएफ द्वारा कर्मचारियों को जो भी राशि प्रदान की जाती है वह भी कर्मचारी परिवार को दिया है एवं एनटीसीए द्वारा मृतक के परिवार को परिवार को दिया जाए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो स्थाई कर्मचारी कल्याण संघ आंदोलन के लिए बाध्य होगा।