कालः शुभ क्रियायोग्यो मुहूर्त इति कथ्यते। – मुहूर्तदर्शन, विद्यामाधवीय (१/२०)
अर्थात ऐसा काल या समय जो शुभ क्रियाओं अर्थात शुभ कार्यों के योग्य हो, मुहूर्त कहलाता है। इसी को हम शुभ मुहूर्त, उत्तम मुहूर्त अथवा शुभ समय भी कहते हैं।
ज्योतिष के जानकार पंडित सुनील शर्मा के अनुसार ज्योतिष के द्वारा काल ज्ञान होता है और प्राचीन काल से सभी शुभ कार्यों के लिए हमारे महान ऋषियों ने शुभ समय का विचार किया। समय सबसे शक्तिशाली माना जाता है क्योंकि इसका प्रभाव सभी पदार्थों पर पड़ता है चाहे वह जड़ हो अथवा चेतन, इसलिए हमारे ऋषि-मुनियों ने व्यक्ति के गर्भ से मृत्यु उपरांत 16 संस्कारों तथा अन्य सभी मांगलिक कार्यों के लिए मुहूर्त ज्ञान को आवश्यक बताया है।
ऐसे में आज हम आपको इस सप्ताह के अगले 5 दिन (25 नवंबर से 29 नवंबर 2020) के विशिष्ट मुहूर्त के बारे में बता रहे हैं। अगर आप इन 5 दिनों में वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो इस शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि यह पंचांग आधारित है अत: पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।
25 नवंबर 2020, बुधवार के शुभ मुहूर्त…
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
संवत्सर नाम- प्रमादी
अयन- दक्षिणायण
मास- कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमंत
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)- वृश्चिक
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-देवप्रबोधिनी एकादशी/तुलसी विवाह
यात्रा शकुन-हरे फल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-मंदिर में गन्ना चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
26 नवंबर 2020, गुरुवार के शुभ मुहूर्त…
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
संवत्सर नाम- प्रमादी
अयन-दक्षिणायण
मास- कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमंत
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रेवती
योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-पंचक समाप्त/सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन- बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-मंदिर में बेसन का हलवा चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
27 नवंबर 2020, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त…
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
संवत्सर नाम- प्रमादी
अयन- दक्षिणायण
मास- कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमंत
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अश्विनी
योग (सूर्योदयकालीन)-व्यतिपात
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)- वृश्चिक
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-प्रदोष व्रत/सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-शिवालय में शिवजी का आंवले के रस से अभिषेक करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
28 नवंबर 2020, शनिवार के शुभ मुहूर्त…
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन्- 2020
संवत्सर नाम- प्रमादी
अयन- दक्षिणायण
मास- कार्तिक
पक्ष- शुक्ल
ऋतु- हेमंत
वार- शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)- त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- भरणी
योग (सूर्योदयकालीन)- वरियान
करण (सूर्योदयकालीन)- तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)- वृश्चिक
शुभ समय- प्रात: 7.35 से 9.11, 1.57 से 5.08 बजे तक
राहुकाल- प्रात: 9.00 से 10.30 तक
दिशाशूल- पूर्व
योगिनी वास- दक्षिण
गुरु तारा- उदित
शुक्र तारा- उदित
चंद्र स्थिति- मेष
व्रत/मुहूर्त- बैकुण्ठ चतुर्दशी/ बुध गोचर
यात्रा शकुन- शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र- ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय- शनि मंदिर में इमरती दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
29 नवंबर 2020, रविवार के शुभ मुहूर्त…
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन्- 2020
संवत्सर नाम- प्रमादी
अयन- दक्षिणायण
मास- कार्तिक
पक्ष- शुक्ल
संवत्सर नाम- प्रमादी
ऋतु- हेमंत
वार- रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)- चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- कृत्तिका
योग (सूर्योदयकालीन)- परिध
करण (सूर्योदयकालीन)- वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)- वृश्चिक
शुभ समय- 9.11 से 12.21, 1.56 से 3.32
राहुकाल- सायं 4.30 से 6.00 बजे तक
दिशाशूल- पश्चिम
योगिनी वास- पश्चिम
गुरु तारा- उदित
शुक्र तारा- उदित
चंद्र स्थिति- वृषभ
व्रत/मुहूर्त- भद्रा
यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र- ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय- मंदिर में खीर चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।